
जालंधर ब्रीज: विरोधी पक्ष द्वारा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर लोगों को गुमराह करने की सख़्त आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि विरोधी नेता बुरी तरह से बोखलाए हुए हैं क्योंकि यह नेता नौजवानों को नौकरियाँ मिलने की ख़ुशी में उनके खिलते चेहरे बर्दाश्त नहीं कर सकते।

आज यहाँ पंजाब पुलिस के 560 सब-इंस्पेक्टरों को नियुक्त पत्र बाँटने के लिए करवाए गए समागम के दौरान संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने इस भर्ती के मसले पर हो-हल्ला मचाने वाले नेताओं को आड़े हाथों लिया। भगवंत मान ने कहा, ‘‘मैंने हमेशा पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के सपने संजोए हैं। मुझे पंजाब और पंजाबियों के प्रति मोहब्बत का दिखावा करने के लिए किसी से सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कांग्रेसी नेता अमरिन्दर सिंह राजा वडि़ंग को एक महीने के अंदर पंजाबी भाषा की लिखित परीक्षा 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास करने की चुनौती दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नेता सनावर और दून जैसे स्कूलों से पढ़े हुए हैं, जिस कारण यह पंजाबी भाषा की परीक्षा पास ही नहीं कर सकते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के साथ रहते रहे हैं और वह श्री बादल के लिए पंजाबी अखबार पढ़ते होते थे क्योंकि उनको अच्छी तरह से पंजाबी पढऩी नहीं आती थी।

विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन नेताओं के पुरखों ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के साजि़शकर्ताओं का सम्मान किया है, ऐसे नेताओं के पास उनको सवाल करने का कोई नैतिक हक नहीं है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने सत्ता में होते हुए पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं को कभी नौजवानों को नौकरियाँ देने का ख़्याल भी नहीं आया और जब अब हमारी सरकार ने नौजवानों को नौकरियाँ दीं तो नौजवानों के चेहरों पर आई खुशियाँ इनको हज़म नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री ने राजा वडि़ंग ने राजस्थान से बसों की बॉडीज़ लगवाने के मौके पर ग़ैर-कानूनी ढंग से पैसा कमाया हुआ है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जानकारी आने वाले दिनों में प्रसारित की जायेगी कि किस तरह राज्य का खज़़ाना लूटा गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पता होने के बावजूद कि बसों की बॉडीज पंजाब में लग सकती हैं, बाहर के राज्य से लगवाई गईं।
मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपने के साथ 560 सब-इंस्पेक्टरों का दो साल लम्बा इन्तज़ार हुआ ख़त्म
* पंजाब पुलिस में 1700 कॉन्स्टेबलों की भर्ती का किया ऐलान
* मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नौजवानों को तकरीबन डेढ़ साल में 35848 सरकारी नौकरियाँ दीं
एक और मील पत्थर स्थापित करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आप सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान तकरीबन डेढ़ साल के अरसे के अंदर नौजवानों को 35848 सरकारी नौकरियाँ दी हैं। पंजाब पुलिस में नये भर्ती हुए 560 सब-इंस्पेक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की बेरुख़ी के कारण इन पुलिस मुलाजिमों को दो सालों के बाद यह नियुक्ति पत्र मिले हैं। उन्होंने नये भर्ती हुए सब-इंस्पेक्टरों को कहा कि वह अपने पद का प्रयोग लोगों के कल्याण और सेवा के लिए करें, ना कि उनको परेशान करने के लिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने राज्य के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
नव-नियुक्त मुलाजिमों और उनके परिवारों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने आशा अभिव्यक्त की कि वह अपनी ड्यूटी ईमानदारी, निष्ठा और समर्पित भावना से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार इस ओर विशेष ध्यान दे रही है और यह भर्ती बिल्कुल पारदर्शी ढंग से की जा रही हैं, जबकि पिछली सरकारों ने नौजवानों को रिश्वत और सिफ़ारिशों के बिना कभी कोई नौकरियाँ नहीं दीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने यह यकीनी बनाया है कि विद्यार्थियों का चयन उनकी योग्यता और कुशलता के अनुसार पूरी तरह से मेरिट के आधार पर किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतुष्टी की बात है कि राज्य सरकार ने अब तक अलग-अलग विभागों में 35,000 से अधिक नौजवानों को नौकरियाँ दी हैं। उन्होंने कहा कि यह एक रिकॉर्ड है क्योंकि पिछली सरकारों में से किसी भी सरकार ने ख़ासकर अपने कार्यकाल के पहले साल के अंदर नौजवानों को इतनी नौकरियाँ नहीं दीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य भर के नौजवानों को यह नौकरियाँ पूरी तरह से योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य राज्य के योग्य और कुशल नौजवानों के लिए नौकरियों के अवसर प्रदान करके पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि इन 560 पदों पर चुने गए नौजवानों में से 95 प्रतिशत नौजवान राज्य के हैं और बाकी भी राज्य में ही रह रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन सभी पुलिस मुलाजिमों ने मेरिट में पंजाबी भाषा का टैस्ट पास किया है और प्रतियोगी परीक्षाओं में अग्रणी स्थान हासिल किये हैं।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस में 1700 कॉन्स्टेबलों की भर्ती के लिए जल्द ही एक बड़ी मुहिम शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने शुरू से ही सख़्त मेहनत, लगन और वचनबद्धता के साथ राज्य की सेवा की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस का यह शानदार रिकॉर्ड है कि इसने बखूबी ढंग से देश की सेवा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सडक़ हादसों में मृत्यु दर को घटाने और सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार ने सडक़ सुरक्षा फोर्स तैयार की है। उन्होंने कहा कि यह अपनी किस्म की पहली फोर्स पंजाब में रोज़ाना के सडक़ हादसों में जाने वाली कीमती जानों को बचाने के लिए अहम भूमिका निभाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सडक़ हादसों से बचने के लिए इस फोर्स को तेज़ और गलत ढंग से ड्राइविंग पर लगाम कसने, सडक़ों पर वाहनों के यातायात को सुचारू बनाने और अन्य कार्यों की जि़म्मेदारी सौंपी जायेगी और इससे थानों में तैनात पुलिस मुलाजिमों पर बोझ भी घटेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए इस विशेष फोर्स में नयी भर्ती की जायेगी। उन्होंने कहा कि शुरुआती तौर पर अति-आधुनिक यंत्रों से लैस 144 वाहनों को हर 30 किलोमीटर के दायरे में सडक़ों पर तैनात किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने आगे बताया कि इमरजैंसी की स्थिति में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को इलाज मुहैया करवाने के लिए इन वाहनों में मेडिकल किट की सुविधा भी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शिक्षा क्षेत्र में क्रांति के नये युग की शुरुआत करते हुए पंजाब सरकार स्कूल ऑफ एमिनेंस प्रोजैक्ट शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों को स्थापित करने के लिए 68 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया है और पहला स्कूल 13 सितम्बर को समर्पित किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह अति-आधुनिक सुविधाओं से लैस स्कूल विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए अहम साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कभी भी सरकारी खजाने का पैसा निजी या पारिवारिक हितों के लिए बरतने के बारे में सोच भी नहीं सकते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह करदाताओं के इस पैसे में से एक भी पैसा खाने की अपेक्षा मरना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए अथक मेहनत कर रही है।
इससे पहले डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस गौरव यादव ने मुख्यमंत्री और अन्य आदरणीयों का स्वागत किया।इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह, लोक सभा मैंबर सुशील कुमार रिंकू, डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस गौरव यादव और अन्य उपस्थित थे।
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