
जालंधर ब्रीज: पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के दख़ल के बाद पंजाब शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा कार्यकारी इंजीनियर को पिछली तारीख़ 4 मई 2019 से बतौर मुख्य इंजीनियर के तौर पर पदोन्नति दी गई। इस सम्बन्ध में आयोग के सदस्य ज्ञान चंद ने बताया कि बलविन्दर सिंह, जो पंजाब शहरी विकास प्राधिकरण, लुधियाना में बतौर कार्यकारी इंजीनियर (सिविल), तारीख़ 3 जुलाई 2015 से काम कर रहा था।
विभाग में मुख्य इंजनियर की अनुसूचित जाति से सम्बन्धित एक पद खाली होने और इस पद के लिए सभी योग्यताएं पूरी होने के बावजूद सिफऱ् वर्ष 2018-19 की गुप्त रिपोर्टें समय पर प्राप्त न होने के कारण शिकायतकर्ता को मुख्य इंजीनियर के पद से वंचित रखा गया। इस सम्बन्ध में पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा इस मामले की जाँच के बाद में मुख्य प्रशासक, पुडा से रिपोर्ट माँगी गई थी। पुडा द्वारा पेश की गई रिपोर्ट पर शिकायतकर्ता ने बताया कि विभाग द्वारा झूठे तथ्य पेश करके उसकी पदोन्नति में रुकावट पैदा की जा रही है।
इस पर आयोग ने फिर पुडा से जवाब तलब किया, जिस पर मुख्य प्रशासक पुडा ने आयोग को बताया कि इस अधिकारी को पदोन्नत नहीं किया जा सकता। शिकायतकर्ता द्वारा जो कारण बताए गए उनके आधार पर आयोग के सदस्य ज्ञान चंद ने इस पूरे मामले को जाँचा और आयोग के चेयरपर्सन को अपनी रिपोर्ट पेश की। चेयरपर्सन द्वारा इस रिपोर्ट के आधार पर मुख्य प्रशासक पुडा से एक्शन टेकन रिपोर्ट माँगी गई। इस पर पुडा ने शिकायतकर्ता श्री बलविन्दर सिंह को बतौर मुख्य इंजीनियर के तौर पर पदोन्नति दे दी।
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