June 9, 2025

Jalandhar Breeze

Hindi Newspaper

भाजपा नेता के आरोपों पर मंत्री धालीवाल की प्रतिक्रिया, कहा – सरीन ने जानबूझकर झूठ बोला, कानूनी कार्रवाई करूंगा

Share news

जालंधर ब्रीज: नशे को लेकर भाजपा नेता अनिल सरीन द्वारा कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल पर लगाए गए आरोपों को मंत्री धालीवाल ने पूरी तरह झूठा, मनगढ़ंत और आधारहीन बताया। 

मंत्री धालीवाल ने आरोपों पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेता ने मेरे खिलाफ जानबूझकर झूठ बोला है। वह अपने बयान वापस लें वरना उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। उन्होंने मेरी सार्वजनिक छवि को खराब करने के लिए यह भ्रामक दावा किया है क्योंकि मामला उनके बयान के बिल्कुल विपरीत है। मैं अगले कुछ दिनों में उस नेता के खिलाफ लीगल नोटिस भेजूंगा।

धालीवाल ने कहा कि 28 मई को अजनाला पुलिस ने मेरे हलके के गांव लक्खोवाल से नशा करते हुए 6-7 लोगों को गिरफ्तार किया। अगले दिन गांव के लोगों ने मुझसे कहा कि उसमें दो व्यक्ति नाजायज़ पकड़े गए हैं। वह पीते हैं लेकिन बेचते नहीं। उसमें से एक लड़का एक दिन पहले ही नशा मुक्ति केंद्र ले वापस आया था।

उसके बाद मैने एसएचओ को फोन किया और खुद थाने में गया। मैंने उनसे पूछा यह दो व्यक्ति नशा करते हैं या बेचते हैं? उन्होंने कहा कि कल जांच करके बताउंगा। मैने कहा कि अगर वह सिर्फ नशा करते हैं तो उन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजें। फिर अगले दिन एसएचओ ने दोनों नौजवानों को अमृतसर नशा मुक्ति केंद्र में भेज दिया। वहीं जो नौजवान नशा बेचते बेचते थे उन पर पर्चा दर्ज हुआ। धालीवाल ने उस एफआईआर की कॉपी भी मीडिया को दिखाई और कहा कि मैंने इस घटना को अपने सोशल मीडिया पेज पर भी शेयर किया है।

उन्होंने कहा कि नशे का दर्द भाजपा और अकाली नेताओं को नहीं पता है क्योंकि उनका परिवार कभी इससे पीड़ित नहीं रहा है। जबकि मेरा तो अपना परिवार नशे का शिकार हुआ है। मेरा एक 32 साल का भतीजा 2013 में नशे के ओवरडोज से मर गया। उसकी मौत की खबर सुनकर मैं विदेश से भारत आया था, फिर मैंने यहीं रहने का फैसला किया। आज भी मेरी मां उसका नाम लेकर अक्सर रोती रहती है।

उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार जब नशा बहुत ज्यादा बिक रहा था, उस वक्त पंजाब पुलिस के एडीजीपी शशिकांत जी ने नशे के खिलाफ अभियान चलाया था, मैने उस अभियान के समर्थन में अपने गांव में उनके साथ एक बड़ी रैली निकाली थी। हम शुरू से ही नशा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ते रहे हैं। मैंने इसे करीब से देखा है क्योंकि नशे से सबसे ज्यादा नुकसान हमारे आसपास के ही इलाकों को हुआ है।

उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जब युद्ध नशे विरुद्ध अभियान शुरू किया था, उस समय भी हमने कहा था कि जो व्यक्ति नशा बेचता है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी और जो नशा करता है उसे हम पहले की तरह अपराधी न मानकर एक मरीज की तरह उसका अच्छे से ईलाज करेंगे। हमारा मकसद नशे को खत्म करना है इसलिए नशा बेचने वाले और करने वालों के बीच अंतर को समझना होगा और उसी के हिसाब से कार्रवाई करनी होगी। इस मामले में मैंने ऐसा ही किया है।


Share news