June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के अंतर्गत आर्थिक पैकेज तत्काल व दीर्घकालीन आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा

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जालंधर ब्रीज: इस क्षेत्र के उद्योगपतियों का कहना है कि ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के प्रथम चरण में घोषित आर्थिक पैकेज उद्योग की तत्काल व दीर्घकालीन आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा।सीआईआई (CII) चण्डीगढ़ के अध्यक्ष डॉ. सतिंदर पाल सिंह ने कहा कि एमएसएमईज़ (MSMEs – सूक्ष्म,लघु व मध्यम उद्यमों) की संख्या बढ़ने का लाभ इस क्षेत्र को लम्बे समय तक मिलता रहेगा तथा समानांतर (कोलेटरल) आवश्यकता/शर्त के बिना ऋण एक स्वागतयोग्य कदम है।

व्यवसायों को राहत पहुंचाने हेतु 29 फ़रवरी, 2020 को बकाया रहते ऋण के 20 प्रतिशत के अतिरिक्त कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपीटल) फ़ाईनांस, ब्याज की रियायती दर पर सावधी ऋण के रूप में प्रदान किया जाएगा। यह 25 करोड़ रुपए के बकाया व 100 करोड़ रुपए तक की टर्नोवर वाली उन इकाईयों हेतु उपलब्ध होगा जिनके खाते स्टैण्डर्ड हैं। इकाईयों को किसी प्रकार की गारण्टी या अपनी स्वयं की कोई कोलेटरल नहीं देनी होगी।

इस राशि की 100 प्रतिशत गारण्टी भारत सरकार द्वारा दी जाएगी तथा ऐसे 45 लाख से अधिक एमएसएमईज़ (MSMEs) को कुल 3.0 लाख करोड़ रुपए की तरलता (लिक्विडिटी) प्रदान होगी। रुपए 200 करोड़ तक की सरकारी निविदाओं हेतु कोई ग्लोबल निविदा न लेने संबंधी टिप्पणी करते हुए श्री गरेवाल ने कहा कि यह आत्म-निर्भरता की ओर एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जिससे स्थानीय एमएसएमईज़ प्रतियोगी बनेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि इस पैकेज के अंतर्गत रीयल इस्टेट क्षेत्र से संबंधित व्यवस्थाओं व टैक्स से संबंधित उपाय उद्यमियों में आत्म-विश्वास को सशक्त करेंगे व व्यवसाय करना सरल होगा। चैम्बर ऑफ़ चण्डीगढ़ इण्डस्ट्रीज़ के अध्यक्ष नवीन मंगलानी ने कहा कि विगत डेढ़ माह से उद्योग अत्यंत कठिन समय में से गुज़र रहे हैं तथा यह पैकेज उद्योगपतियों के हाथों में ऋणों द्वारा लिक्विडिटी (तरलता) उपलब्ध करवाएगा। हरियाणा के जीन्द ज़िले के उद्योगपतियों ने कहा कि एमएसएमईज़ (MSMEs) के लिए घोषित बड़ी रियायतों से उद्योग के पुनररुत्थान में सहायता मिलेगी, जो कोविड-19 लॉकडाऊन्स के कारण बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। एक उद्योगपति ने कहा कि डिसकौमस (DISCOMS) को उपलब्ध करवाए गए 90,000 करोड़ रुपए के लाभ उद्योगों को होगा। बुधवार को घोषित किए गए आर्थिक पैकेज के अंतर्गत, विद्युत वित्त निगम व ग्रामीण विद्युत्तीयकरण निगम से डिसकौमस (DISCOMS) द्वारा इस राशि का उपयोग ट्रांसमिशन व विद्युत कंपनियों की बकाया राशियों का भुगतान करने हेतु किया जाएगा। एक अन्य उद्योगपति ने लघु उद्योगों हेतु पैकेज संबंधी सकारात्मक आशा प्रकट की।

जालन्धर, पंजाब में खेल-ट्राफ़ियों के निर्माता श्री बेदी ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज एमएसएमई (MSME) क्षेत्र हेतु एक जीवन-रेखा की भांति कार्य करेगा। इससे न केवल इस क्षेत्र की व्यवहारिकता सुनिश्चित होगी, अपितु ‘मेक इन इण्डिया’ को भी बल मिलेगा।

भारत सरकार द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के अंतर्गत अर्थव्यवस्था , आधारभूत संरचना, सिस्टम, जीवंत डैमोग्राफी व मांग पर ध्यान केन्द्रित करते हुए बुधवार से आर्थिक प्रोत्साहन पैकेजों के क्रम की घोषणा की जा रही है।


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