
जालंधर ब्रीज: पंजाब पुलिस द्वारा चल रही जांच के दौरान आज मानसा में पुलिस हिरासत में से गैंगस्टर दीपक टीनू को भागने में मदद करने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से वारदात में इस्तेमाल की गई काले रंग की स्कोडा कार, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर पी.बी.11सी.जे.1563 है, भी बरामद की है।
गिरफ़्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ कोहली, राजवीर सिंह उर्फ काज़मा और रजिन्दर सिंह उर्फ गोरा निवासी लुधियाना के तौर पर हुई है। कुलदीप कोहली जिम का मालिक है और जिम चलाने की आड़ में नशों का कारोबार करता था।
डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब गौरव यादव ने बताया कि चल रही जांच में सामने आया है कि तीनों मुलजिम टीनू के नज़दीकी साथी थे और उन्होंने टीनू को पुलिस हिरासत में से भागने में मदद की थी, जिसके उपरांत एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) और विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) ने इनको लुधियाना से गिरफ़्तार किया है।
उन्होंने कहा कि जांच से पता लगा है कि 1 अक्तूबर को दीपक टीनू ने कोहली को महिला साथी भेजने के लिए कहा था, जिसने सीआईए मानसा में अपने साथियों समेत टीनू के भागने में मदद की थी। उन्होंने बताया कि राजवीर सिंह ने अपने साथी गगनदीप खैहरा निवासी लुधियाना के साथ मिलकर ज़ीरकपुर से महिला साथी को अपने साथ लिया और कोहली द्वारा दिए कपड़ों के थैले समेत सीआईए मानसा के नज़दीक छोड़ दिया। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस टीमें गगनदीप को पकडऩे के लिए छापेमारी कर रही हैं।
डीजीपी ने बताया कि मुलजिम कुलदीप कोहली पिछले दो सालों से दीपक टीनू के संपर्क में था, जब वह दोनों कपूरथला जेल में बंद थे। उन्होंने कहा कि कोहली को साल 2021 में ज़मानत पर रिहा किया गया था, जिसके उपरांत वह टीनू के हरियाणा आधारित साथियों के साथ मिलकर सरहद पार से नशा तस्करी में शामिल हो गया।
जि़क्रयोग्य है कि इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) पटियाला रेंज एम.एस. छीना के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय विशेष जांच टीम इस मामले की दिन-रात जांच कर रही है और इस अपराध में शामिल सभी दोषियों को जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
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