
जालंधर ब्रीज: राज्यपाल पंजाब बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि देश की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। देश की सेवा के लिए आज महिलाएं बढ़चढ़ कर सेना, अर्ध सैनिक बल व पुलिस फोर्स में शामिल हो रही है जो कि हम सभी के लिए गौरव का विषय है। वे आज सहायक प्रशिक्षण केंद्र सीमा सुरक्षा बल, खडक़ा कैंप में महिला नवआरक्षकों की पासिंग आउट परेड के दौरान बतौर मुख्यातिथि नव आरक्षकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ आई.जी. बी.एस.एफ खडक़ा कैंप मधु सूदन शर्मा, डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात, एस.एस.पी. ध्रुमन एच. निंबाले भी मौजूद थे।

माननीय राज्यपाल ने महिला नव आरक्षकों के पूरे दिल से आत्म विश्वास, कौशल व समन्वय के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की जो परेड की पहचान थी। उन्होंने बी.एस.एफ को करियर विकल्प के रुप में चुनने के लिए महिला नवआरक्षकों की सराहना की व नव आरक्षकों को साहस व उत्साह के साथ देश की सेवा करने और देश की बेटियों को राष्ट्र के आह्वान पर सेना एवं बी.एस.एफ में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वासी, अनुशासित और कुशल महिला प्रहरी को ढालने के उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल प्रयासों के लिए आई.जी. बी.एस.एफ खडक़ा कैंप व उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। उन्होंने नव आरक्षकों को जीवन और सेवाओं में उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।

आज सहायक प्रशिक्षण केंद्र सीमा सुरक्षा बल खडक़ां में महिला नव आरक्षकों की पासिंग आउट परेड और शपथ समारोह में 451 महिला नव आरक्षक(बैच नंबर 253 व 254) महिला आरक्षक के रुप में अपनी-अपनी वाहनियों में शामिल होने के लिए पास आउट हुई। परेड के द्वारा मुख्य अतिथि को राष्ट्रीय सलामी दी गई। इसके बाद मुख्य अतिथि माननीय राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने परेड का निरीक्षण किया और मार्चिंग कॉलम से सलामी ली। आई.जी. बी.एस.एफ खडक़ा कैंप मधु सूदन शर्मा ने राज्यपाल पंजाब का खडक़ां पहुंचने पर आभार व्यक्त किया।

उन्होंने बताया कि इनको 44 सप्ताह की हथियार चलाने, मनोविज्ञान, अपराध विज्ञान, ड्रिल, सिविल कानून, प्राकृतिक आपदा, फस्र्ट एड व मानवाधिकार आदि संबंधी कठिन प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान इन नवआरक्षकों को आत्म निर्भर, अनुशासन में रहने व मानसिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए हर संभव कोशिश की गई है, ताकि वे अपनी ड्यूटी दौरान विपरित परिस्थितियों का सामना मजबूती से कर सकें।
माननीय राज्यपाल की ओर से विभिन्न इंडोर व आउटडोर विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नव आरक्षकों को पदक प्रदान किए गए, जिनमें बैच नंबर 253 में बेस्ट इन ड्रिल में नैनीताल की पूजा कोरांगा, ओवर आल सैकेंड महाराष्ट्र की मुराल सयाली, ओवर आल फस्र्ट बिहार की माधवी कुमारी, बेस्ट इन शूटिंग पश्चिम बंगाल की सुष्मिता चौधरी व बेस्ट इन इंडोरेंस में महाराष्ट्र की पटले ऊषा को पदक प्रदान किया।

इसी तरह बैच नंबर 254 में ओवर आल सैकेंड महाराष्ट्र की सोनाली शिंदे, बेस्ट इन शूटिंग आसाम की नारिना हजारिका, ओवर आल फस्र्ट और बेस्ट इन इंडोरेंस महाराष्ट्र की मुक्ता भीमराज व बेस्ट इन ड्रिल व परेड कमांडर पश्चिम बंगाल की सुष्मिता मलिका ने मुख्यातिथि से पदक प्राप्त किया। इस दौरान मुख्यातिथि ने हथियारों एवं फोटो प्रदर्शनी, सांस्कृतिक व हॉबी क्लब गतिविधियों के अंर्तगत नवआरक्षकों द्वारा रद्दी एवं अनुपयोगी सामग्रियों का उपयोग कर तैयार की गई कलाकृतियों का प्रदर्शन देखा। उन्होंने बी.एस.एफ. बैड की धुन पर इन नवआरक्षकों द्वारा गाया गया बी.एस.एफ गीत को भी सुना।
परेड के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जिसमें विभिन्न राज्यों के नवआरक्षकों ने अपने राज्यों के लोक नृत्यों को अनेकता में एकता के शानदार उदाहरण के रुप में प्रदर्शित किया। कुशलता से कोरियोग्राफ किया गया संगीतमय योग और देश भक्ति गीत पर सामूहिक प्रदर्शन ने परेड ग्राउंड में पूरे माहौल को रोमांचित कर दर्शकों का दिल जीत लिया। इस मौके पर आल इंडिया रैडक्रास सोसायटी के वाइस चेयरमैन अविनाश राय खन्ना, कमांडेंट एस.एस. मंड, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) संदीप सिंह, एस.पी(मुख्यालय) अश्वनी कुमार, एस.डी.एम. शिवराज सिंह बल, जिला लोक संपर्क अधिकारी हाकम थापर, सहायक लोक संपर्क अधिकारी लोकेश कुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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