
जालंधर ब्रीज: केंद्र की मोदी सरकार के निर्देश के बाद केंद्रीय गृह-मंत्रालय की सहमति से रेल सुरक्षा बल द्वारा किसान आन्दोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने का भाजपा पंजाब के प्रदेश महासचिव बिक्रमजीत सिंह चीमा व किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह नैनेवाल ने स्वागत करते हुए भाजपा मुख्यालय सेक्टर 37-A चंडीगढ़ में आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गृह-मंत्रालय ने किसान आंदोलन के दौरान विरोध करने वाले किसानों की मांग को पूरा करते हुए 86 केसों को वापस लेने की मंजूरी दे दी है, जो कि रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे सुरक्षा बल के पास दर्ज करवाए थे।
भाजपा पंजाब इसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरी भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि किसानों पर दर्ज मामले वापिस लेकर एक बार फिर मोदी सरकार ने किसान हितैषी होने का स्पष्ट प्रमाण दिया है। बिक्रमजीत चीमा ने कहा कि किसान आंदोलन एक साल से ज्यादा समय तक चला, लेकिन केंद्र सरकार ने कभी भी किसानों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए और न ही उन पर कभी लाठीचार्ज किया या कोई दमनकारी नीति अपनाई। लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार, जो पंजाब के किसानों की सच्ची हितैषी व समर्थक होने का ढोंग कर सत्ता में आई थी, उसने पंजाब के किसानों व मजदूरों पर कुछ ही महीनों में अत्याचार करना व अपनी दमनकारी नीति शुरू कर दी, जिसका उदाहरण मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र संगरूर में किसान-मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं पर बुरी तरह लाठीचार्ज किया गया।
जीरा में धरने पर बैठे किसानों, मजदूरों, महिलाओं पर लाठीचार्ज किया जाना आदि सबके सामने है। आज फिर पुलिस द्वारा जीरा में संघर्ष कर रहे किसानों, मजदूरों, महिलाओं पर लाठीचार्ज किया गया है। यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि खुद को कृषि क्षेत्र का “मसीहा” बताने वाली आम आदमी पार्टी आज किसानों को आर्थिक संकट से बचाने में पूरी तरह अंधी हो चुकी है।
बिक्रमजीत सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंचा रही है। फसल बोने के समय बीज और खाद उपलब्ध नहीं होने के कारण किसान दर-दर भटक रहे हैं। किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही। पंजाब के किसानों का सरकार से विश्वास उठ गया है। पंजाब के किसानों ने सरकार के भरोसे मूंगी की फसल लगाई, लेकिन पंजाब सरकार ने पंजाब के किसानों को धोखा दिया और मूंगी की फसल को एमएसपी पर नहीं खरीदा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों के खेतों तक नहरी पानी नहीं पहुंच रहा है, जिससे अबोहर, फाजिल्का व अन्य जिलों के बागों व अन्य फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है। पंजाब सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल रही है, सरकार किसानों एवं पंजाब की जनता से किए वादे पूरे नहीं कर रही है।
बिक्रमजीत सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने अपने वादे के मुताबिक सभी किसानों का कर्ज माफ क्यूँ नहीं किया? चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों व जनता से किए वादों को पूरा करने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा था कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद कोई किसान आत्महत्या नहीं करेगा, लेकिन पंजाब में हमारे किसान भाई लगातार आत्महत्या कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आम आदमी पार्टी को उसके वादों की याद दिलाते हुए कहा कि किसानों का कर्ज तुरंत माफ किया जाना चाहिए, ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके। चीमा ने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और इसके मुख्य व्यवसाय के प्रति कोई भी लापरवाही हमारे लिए विनाशकारी होगी।
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