
जालंधर ब्रीज:कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर निगरानी रखने की ज़रूरत के साथ मंगलवार को यह बात साफ़ की कि सुरक्षा की चिंताओं की परवाह किये बगैर गुरुद्वारा दरबार साहिब के ‘खुले दर्शन दीदार’ के लिए करतारपुर गलियारा सदा खुला रहेगा।पंजाब विधानसभा में अपने बयान में मुख्यमंत्री ने कहा, ”हम करतारपुर गलियारा बंद नहीं होने देंगे।”कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ”करतारपुर साहिब गलियारा खुला है क्योंकि हम चाहते थे कि यह गलियारा हरेक पंजाबी चाहता था और रोज़ाना इससे ननकाना साहिब, पंजा साहिब और अन्य गुरूधामों के दर्शनों के लिए अरदास करता था।” उन्होंने भारत और पाकिस्तान की सरकारों से अपील की कि वह इन गुरुद्वारों को भी खोलने के लिए काम करें।करतारपुर गलियारे के द्वारा खतरे की संभावना संबंधी डी.जी.पी. द्वारा दिए हालिया बयान पर हुई आलचोना के जवाब में बोलने वाले कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पहले स्पीकर को गुजारिश की कि वह प्रश्न काल से पहले इस मुद्दे पर अपना बयान देना चाहते हैं।डी.जी.पी. द्वारा श्री करतारपुर साहिब से सम्बन्धित सुरक्षा के मुद्दे संबंधी दिए गए बयान पर विभिन्न व्यक्तियों और संस्थाओं द्वारा दिए गए बयानों संबंधी मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रतिक्रियाओं को पूरी तरह टाला जा सकता था।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ”डी.जी.पी. ने अफ़सोस ज़ाहिर कर दिया है, हरेक व्यक्ति से गलती हो सकती है, यहाँ तक कि मैं भी गलती कर सकता हूँ, हम सभी मानवीय जीव हैं।” उन्होंने विरोधियों से पूछा कि उनमें से कोई यह दावा करे कि उसने गलतियाँ नहीं की। उन्होंने आगे कहा, ”हम सभी से गलतियाँ होती हैं, अब यह मामला ख़त्म हो गया है और अब हमें शान्ति बहाली पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पंजाब बड़े बुरे दौर से गुजऱा है जिस कारण हम नहीं चाहते कि पलट कर वैसा समय आए।” उन्होंने कहा कि राज्य में आतंकवाद के दिनों के दौरान 35000 पंजाबियों और 1700 पुलिस कर्मियों ने अपनी जानें गवाईं थीं। इसके अलावा सैनिकों ने अलग जानें गवाईं। मुख्यमंत्री ने कहा, ”हम सभी की जि़म्मेदारी बनती है यह यकीनी बनाया जाये कि यह सब कुछ पलट कर न घटे।”मुख्यमंत्री ने सम्मानयोग सदन के ज़रिये पंजाब के लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा, ”हम सभी गलियारे के खुलने से बहुत खुश हैं और साझी कोशिशों के लिए धन्यवाद करते हैं।” उन्होंने ऐलान किया कि गलियारा सदा खुला रहेगा चाहे कोई भी चिंता रहें।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ”मेरी सरकार करतारपुर गलियारा खुलवाने के फ़ैसले का हिस्सा थी। नवंबर 2019 में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर खुले श्री करतारपुर साहिब के गलियारे के काम को तय और रिकॉर्ड समय में पूरा करने, सुरक्षा का बुनियादी ढांचा स्थापित करने आदि के लिए मेरी सारी सरकार समेत मंत्रियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर दिन-रात काम किया।”उन्होंने याद करते हुए आगे कहा, ”निजी तौर पर मैं श्री करतारपुर साहिब गलियारे के प्राजैक्ट की प्रगति का जायज़ा लेने के लिए कई दौरे किये और मेरी सरकार ने गुरदासपुर जि़ले में मंत्रीमंडल की मीटिंगें भी की जिससे काम की प्रगति की समीक्षा हो सके और राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच अपेक्षित तालमेल स्थापित कायम हो सके।”मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे लोगों और देश की सुरक्षा को खतरे की चिंता है और यह गंभीर मुद्दा है परन्तु यह चिंताएं गलियारे के खुलने के कारण नहीं है बल्कि यह पाकिस्तान की बुरी नीयत के कारण हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के पास गुप्त दस्तावेज़ हैं जिनको सदन में बाँटा नहीं जा सकता। लम्बे समय तक कश्मीर में दखलअन्दाज़ी करने के बाद आई.एस.आई. के पास अब एक ही काम है कि पंजाब की शान्ति भंग करना। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जबरदस्ती राज्य में गड़बड़ी पैदा करने की कोशिशें कर रहा है।मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि पिछले तीन सालों में उनकी सरकार ने आई.एस.आई. के नापाक इरादों को नाकाम करने में सफलता हासिल की। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने 32 गिरोहों का पर्दाफाश करते हुए 154 आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया, 41 ए.के. 47/एम.पी. 9/एम.पी. 5 राईफलज़, 156 अन्य राईफलें और पिस्तौल, 35 हैड ग्रेनेड बरामद किये गए जिनमें अमृतसर में निरंकारी भवन में इस्तेमाल किए गए हथियार भी शामिल हैं। इसी तरह 3.5 किलो आर.डी.एक्स., दो स्मार्ट फ़ोन और 30 लाख रुपए की नकली करंसी भी बरामद की गई।चीनी ड्रोनों की तस्वीरें दिखाते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह ड्रोन रावी के द्वारा तैर कर आए एक व्यक्ति से ज़ब्त किये गए हैं परन्तु यह हो सकता कि और ड्रोन भी हों जो अभी तक पकड़े नहीं जा सके। उन्होंने कहा, ”कौन जानता कि उनका मकसद क्या था?”मुख्यमंत्री ने कहा, ”आई.एस.आई. को तालिबान, ईरान या बलोचिस्तान से क्या समस्या है, हम नहीं जानते। परन्तु पाकिस्तानी एजेंसी भारत में क्या कर रही है, इस संबंधी हम सभी जानते हैं। इससे पहले कश्मीर था और अब पंजाब उनके निशाने पर है।”इसके बाद अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा ज़ाहिर की गई चिंताओं के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता और इसकी मिसाल साल 1947, 1965, 1971 और कारगिल जंग से ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फ़ौज पूरी तरह भारत के खि़लाफ़ है और वहाँ से का प्रधानमंत्री इमरान ख़ान फ़ौज के हाथों की केवल कठपुतली बना हुआ है। उन्होंने कहा कि आई.एस.आई. भी पाकिस्तानी फ़ौज का ही अंग है।
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