
जालंधर ब्रीज: लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव अब केवल एक सीट की लड़ाई नहीं रह गया, यह पंजाब की भावी राजनीति की दिशा तय करने वाला चुनाव बन चुका है। यह बात भाजपा लीगल सेल पंजाब के कनवीनर एन. के. वर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रत्याशी जीवन गुप्ता के पक्ष में जनसमर्थन तेजी से बढ़ा है और अब यह स्पष्ट हो चुका है कि जनता ने मन बना लिया है।
एन. के. वर्मा के अनुसार, जनता ने यह भलीभांति समझ लिया है कि केवल प्रचार से नहीं, बल्कि ठोस नीतियों और ज़मीनी कार्यों से ही विश्वास अर्जित होता है – और इसी कसौटी पर जीवन गुप्ता खरे उतरते हैं।
जीवन गुप्ता का साफ-सुथरा और सुलभ व्यक्तित्व मतदाताओं को विशेष रूप से आकर्षित कर रहा है। लुधियाना के उद्योगपतियों, अधिवक्ताओं और व्यापारी वर्ग के साथ-साथ मजदूर तबका भी भाजपा की गरीब कल्याण योजनाओं से प्रभावित होकर समर्थन दे रहा है।
कल बीजेपी के भव्य रोडशो ने विपक्ष को सकते में डाल दिया। बारिश के बावजूद भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। जगह-जगह सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई, जो इस रोडशो की विशालता को दर्शाता है। इसके विपरीत, आज जब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने एक ही समय पर अपने-अपने रोडशो निकाले, तो दोनों की संयुक्त भीड़ भी बीजेपी के रोडशो के सामने फीकी नजर आई। कहीं-कहीं तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो कुछ गिने-चुने लोग एक साथ जा रहे हों। कुल मिलाकर बीजेपी ने लुधियाना वेस्ट में ‘गेम पलट’ दिया है।
एन. के. वर्मा ने यह भी बताया कि इस विधानसभा क्षेत्र से हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भी भाजपा उम्मीदवार को शानदार विजय मिली थी। यही रुझान अब उपचुनाव में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पैसे के बल पर चुनाव को प्रभावित करने की भरपूर कोशिश की। दोनों ही पार्टियों ने शहरभर में इतने यूनिपोल और होर्डिंग्स लगाए हैं कि गिनती करना भी मुश्किल हो जाए। आम आदमी पार्टी पर तो मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे, शराब और अन्य चीजें घर-घर बांटने के आरोप लग चुके हैं, जिनकी कई शिकायतें चुनाव आयोग और पर्यवेक्षकों को दी जा चुकी हैं। जनता बीजेपी के साथ मजबूती से खड़ी नजर आ रही है, और विपक्षी दल टिक नहीं पा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई दूसरे और तीसरे स्थान के लिए सिमट चुकी है। भाजपा जहां ज़मीनी मुद्दों को केंद्र में रख रही है, वहीं विपक्षी दल पुराने नारों और खोखले वादों में उलझे हुए हैं। पंजाब में आप सरकार की कार्यप्रणाली, बिगड़ती कानून व्यवस्था और नशे की समस्या पर विफलता से जनता में गहरा असंतोष है, जबकि कांग्रेस अभी तक आपसी तालमेल में ही उलझी हुई है।
अंत में एन. के. वर्मा ने कहा कि भले ही यह उपचुनाव सरकार बनाने या गिराने वाला नहीं है, लेकिन यह 2027 में पंजाब में भाजपा सरकार की नींव रखने वाला निर्णायक क्षण है। लुधियाना वेस्ट से उठी यह लहर अब पूरे राज्य में परिवर्तन की सुनामी का संकेत दे रही है।
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