
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध शुरु की मुहिम के अंतर्गत शुक्रवार को दो अहम गिरफ़्तारियाँ की हैं जिस दौरान सिवल अस्पताल कोटकपूरा ज़िला फरीदकोट के मैडीकल अफ़सर डाः विक्रमजीत जिन्दल और इसी अस्पताल के वार्ड अटेंडेंट गुरमेल सिंह को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों मुलजिमों को कोटकपूरा के नज़दीक गाँव वांदर जटाना के निवासी हरप्रीत सिंह की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
शिकायत अनुसार हरप्रीत सिंह और उसकी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ हुई तकरार के दौरान चोटें लगने के बाद सिवल अस्पताल कोटकपूरा में दाखि़ल थे। उनके इलाज के दौरान डा. विक्रमजीत जिन्दल ने मैडीको- लीगल रिपोर्ट (ऐमऐलआर) जारी करने और उनको बेहतर डाक्टरी देखभाल प्रदान करने के लिए 5000 रुपए की माँग की। अगले दिन, डाक्टर जब शिकायतकर्ता का मुआइना करने के लिए वार्ड में आया तो उसको उसके हाथ की हड्डी टूटी हुई होने संबंधी बताया। इस चोट को भी ऐमऐलआर में शामिल करने के लिए डाक्टर विक्रमजीत जिन्दल ने 20,000 रुपए रिश्वत की माँग की, जिसके बाद 10,000 रुपए में सौदा हो गया।
इसके बाद वार्ड अटेंडेंट गुरमेल सिंह ने शिकायतकर्ता को डाक्टर विक्रमजीत जिन्दल को मिलने के लिए कहा। इस मुलाकात के दौरान शिकायतकर्ता ने रिश्वत की अदायगी सम्बन्धी सारी बातचीत रिकार्ड की। इस सबूत के आधार पर ही विजीलैंस की टीम ने आगे से इस केस की कार्यवाही को अंजाम दिया।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि विजीलैंस ने शिकायतकर्ता के बयान दर्ज करने के उपरांत जाल बिछा दिया जिसके नतीजे के तौर पर डाक्टर विक्रमजीत जिन्दल और वार्ड अटेंडेंट गुरमेल सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया गया। इस मामले की आगे जांच जारी है।
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