
जालंधर ब्रीज: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज जबरन वसूली सम्बन्धी एक मामले में भोली नाम की महिला को गिरफ़्तार किया है, जोकि एक साल से अधिक समय से फऱार चली आ रही थी। बताने योग्य है कि उक्त महिला अपने साथियों, जो पुलिस कर्मचारियों की वर्दी पहन कर पैसे वसूल करते थे, उनके साथ मिलकर प्राईवेट व्यक्तियों को पुलिस केस दर्ज करने की धमकी देकर उनसे पैसे लूटने में शामिल थी।
यह खुलासा करते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने जांच के बाद शिकायतकर्ता गुरदीप सिंह निवासी गाँव माड़ी बुच्चियाँ जि़ला गुरदासपुर की शिकायत पर विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में 31-08-2021 को आइपीसी की धारा 388, 389, 411, 179, 171, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संबंधी कानून की धारा 7 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता ने दोष लगाया था कि मुलजिम ज्योति निवासी सिद्धवां दोना जि़ला कपूरथला और उसका साथी गुरप्रीत सिंह निवासी हाथी ख़ाना जि़ला कपूरथला ने उसकी वीडियो बना ली और अपने आप को सहायक सब-इंस्पेक्टर और पुलिस कॉन्स्टेबल बताकर उसे पैसे देने के लिए धमका रहे थे।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने अपनी महिला साथी भोली निवासी वस्सल चक्क, जि़ला गुरदासपुर के साथ मिलकर उसका आधार कार्ड और क्रेडिट कार्ड वापस करने के बदले 4 लाख रुपए की माँग की थी। उसने आगे दोष लगाया कि उक्त दोषी पहले ही 5 हज़ार रुपए नकद और 30 हज़ार रुपए उसके क्रेडिट कार्ड के द्वारा निकलवा चुके हैं।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने शिकायतकर्ता से इस सम्बन्ध में 50,000 रुपए की माँग की थी और विजीलैंस ब्यूरो ने उस समय पर उक्त दो व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में उपरोक्त मुलजिम महिला पिछले एक साल से अधिक समय से ठिकाने बदलकर अपनी गिरफ़्तारी से बच रही थी।
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि दोनों व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर प्राईवेट व्यक्तियों से पैसे लूटते थे और दोषी महिला इसमें उनकी मदद करती थी।
विजीलैंस द्वारा 6000 रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन ए.एस.आई. गिरफ्तार
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने अपनी भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के दौरान आज थाना गुरूहरसहाए, फिऱोज़पुर में तैनात सहायक सब इंस्पेक्टर (एएसआई) गुरमेज सिंह को 6000 रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोषी एएसआई को गुरूहरसहाए की रहने वाली रानी की शिकायत पर 6000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता महिला ने विजीलैंस ब्यूरो से सम्पर्क कर दोष लगाया कि उक्त पुलिस कर्मचारी ने उसके खि़लाफ़ थाना सदर में दर्ज पुलिस केस में उसे शामिल तफ्तीश करने के बदले 10,000 रुपए की रिश्वत की माँग की है। उसने आगे दोष लगाया कि उक्त मुलजिम उससे पहले ही 2000 रुपए पहली किस्त के तौर पर ले चुका है और वह और पैसे की माँग कर रहा है। शिकायतकर्ता के साथ थाने गए एक साथी ने सबूत के तौर पर उक्त पुलिस कर्मचारी को रिश्वत की रकम देने के समय की बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि ब्यूरो ने दोषों की जांच की और दोषी को काबू करने के लिए जाल बिछाया। उक्त दोषी पुलिस कर्मचारी को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में दूसरी किस्त के तौर पर 6000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया गया। इस सम्बन्धी उपरोक्त पुलिस कर्मचारी के खि़लाफ़ विजीलैंस के थाना फिऱोज़पुर में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
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