
जालंधर ब्रीज: भगवंत मान सरकार के विधायकों द्वारा अपनी धोंस दिखाते हुए अपनी गाड़ियों पर वीआईपी नबंर नाजायज रूप से लगाए जाने के मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब में सरकार बनने के बाद इनके मंत्रियों, विधायकों तथा अन्य नेताओं के दिमाग में सत्ता का नशा सिर पर चढ़ कर बोल रहा है।
जीवन गुप्ता ने कहा कि अमृतसर की विधानसभा बाबा बकाला के आप विधायक दलबीर सिंह टोंग द्वारा अपनी निजी गाड़ी पर PB02-EH-0039 नंबर बिना ऑक्शन में खरीदे ही जबरन लगा लिया गया, जबकि यह नंबर 25 अगस्त को एडवोकेट मनिंदर सिंह द्वारा 12,500 रुपए में ऑक्शन में खरीदा गया है। हालाँकि अभी तक इसकी फीस जमा नहीं करवाई गई है। ज्ञात रहे कि भगवंत मान सरकार द्वारा एडवोकेट मनिंदर सिंह को तीन दिन पहले सहायक एडवोकेट जनरल के पद पर नियुक्त किया गया है। गुप्ता ने कहा कि कानून के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपनी गाड़ी पर नंबर प्लेट तब तक नहीं लगा सकता, जब तक ट्रांसपोर्ट विभाग की कार्यवाही पूरी नहीं हो जाती। अगर नंबर फैंसी हो तो बोली के बाद विभागीय कार्यवाही पूरी होने के बाद नंबर जारी होने पर ही लगाया जा सकता है। लेकिन आप विधायक व नेता अपने-आप को कानून से भी ऊपर मानने लगे हैं।
जीवन गुप्ता ने कहा कि आप नेता प्रदेश की जनता को तो गाजर-मूली की तरह तो समझते ही हैं, लेकिन विभागों को अपने बाप की जागीर मान रहे हैं, इसलिए विभागों के उच्चाधिकारीयों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं। जिसके चलते विभागों के उच्चाधिकारी इनकी मनमानियों से तंग आकर अपने इस्तीफे दे रहे हैं।
जीवन गुप्ता ने कहा कि यह हाल सिर्फ विभागों का ही नहीं मोहल्ला क्लीनिकों में तैनात स्टाफ का भी है। भगवंत मान सरकार ने पहले से चल रहे अस्पतालों व डिस्पेंसरियों को सुविधाएँ देने की बजाय 15 अगस्त को मोहल्ला क्लिनिक खोल कर अपनी वाह-वाही लूटने तथा उसके प्रचार पर पैसा उड़ाना शुरू कर दिया। लेकिन छाती पीट-पीट कर दिल्ली मॉडल की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान को शायद यह नहीं पता कि दिल्ली में भी मोहल्ला क्लिनिक फेल हो चुके हैं और पंजाब में भी इसका यही हाल है। 15 अगस्त से लेकर 27 अगस्त तक कई जिलों में मोहल्ला क्लिनिक में तैनात डॉक्टर्स तथा स्टाफ अपने इस्तीफे दे चुके हैं।
बठिंडा में मोहल्ला क्लीनिक शुरू होने के पांच दिन बाद ही बठिंडा जिले की दो क्लीनिक से एक डाक्टर व दो फार्मासिस्ट ने इस्तीफा दे दिया, तपा मंडी के गांव उगोके में बने मोहल्ला क्लीनिक में तैनात डॉक्टर ने इस्तीफा दिया, भदौड़ के क्लीनिक में तैनात आर्थो एमएस सर्जन डाक्टर ने इस्तीफा दे दिया, रामा मंडी में स्थित मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर का इस्तीफा, तलवंडी साबो के मोहल्ला क्लीनिक के दो फार्मासिस्ट के इस्तीफे सहित ऐसे कई मामले और भी हैं।
लेकिन पंजाब सरकार या सेहत विभाग के अधिकारीयों के पास इन इस्तीफों के संबंध में कोई जवाब नहीं है। गुप्ता ने कहा कि पांच दिनों में ऐसा क्या हो गया है कि स्टाफ इस्तीफे दे रहा है, उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा। इसका स्पष्ट कारण यही है कि भगवंत मान सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। जीवन गुप्ता ने कहा कि भगवंत मान सरकार के पांच महीने शासन में प्रदेश की जनता हाहाकार कर उठी है। जनता अब अपने गलत चुनाव पर पछता रही है और अब भाजपा को ही पंजाब के भविष्य के लिए विकल्प के रूप में चुन चुकी है।
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