
जालंधर ब्रीज: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में कल रात करीब 9:30 बजे आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में समाजसेवी एवं उद्योगपति रणजीत सिंह गिल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। परंतु इसके कुछ ही घंटे बाद आज सुबह उनके सेक्टर-2 स्थित आवास पर विजिलेंस विभाग की टीम ने छापा मारा, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
जैसे ही रेड की जानकारी मिली, भाजपा लीगल सेल के कनवीनर एडवोकेट एन. के. वर्मा अपनी पूरी लीगल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विजिलेंस टीम से आग्रह किया कि उन्हें कोठी के अंदर जाने दिया जाए ताकि जांच की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रह सके। लेकिन विजिलेंस अधिकारियों ने लीगल टीम को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी, जिससे लीगल सेल को यह आशंका हुई कि अंदर फर्जी साक्ष्य तैयार किए जा सकते हैं।
वर्मा ने कहा, “AAP सरकार बीते दस दिनों से श्री रणजीत गिल पर AAP ज्वाइन करने का दबाव बना रही थी। लेकिन जब उन्होंने भाजपा का दामन थामा, तो बदले की भावना से उनके खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई करवाई गई। यह विपक्ष की आवाज़ दबाने का एक घृणित प्रयास है।”
वर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा लीगल सेल की टीम न केवल पूरी तरह से सतर्क और तैयार है, बल्कि आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए रणनीति भी बना रही है। यदि किसी प्रकार की अवैध या पूर्वनियोजित कार्रवाई की जाती है, तो उसका डटकर कानूनी मुकाबला किया जाएगा।
लीगल सेल द्वारा इस पूरे घटनाक्रम के विरोध में एक मेमोरेंडम आज ही डिप्टी कमिश्नर चंडीगढ़ और मुख्य सचिव पंजाब को सौंपा गया, जिसमें इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए निष्पक्ष जांच और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा की मांग की गई है।
वर्मा ने अंत में कहा, “AAP सरकार पंजाब में नशा, कानून-व्यवस्था और धार्मिक मामलों में पूरी तरह विफल रही है। अब वह विपक्षी नेताओं और सामाजिक प्रभावशाली लोगों को डराने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, जिसे भाजपा लीगल सेल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
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