
जालंधर ब्रीज: यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी के सदस्य सरबजीत सिंह झिंजर ने कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ़ किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। फेसबुक लाइव के ज़रिए प्रतिक्रिया देते हुए झिंजर ने रंधावा के बयान को न सिर्फ़ असंवेदनशील बताया, बल्कि पंजाबी कौम के ज़ख्मों पर नमक छिड़कने जैसा बताया।
उन्होंने कहा, “यह हैरानी की बात है कि रंधावा जैसा नेता उस इंदिरा गांधी का बचाव कर रहा है, जिनकी नीतियों ने पंजाब के इतिहास में सबसे गहरे ज़ख्म दिए। ऑपरेशन ब्लूस्टार से लेकर SYL नहर के ज़रिए पंजाब का पानी लूटने तक — उनकी विरासत दमन और विश्वासघात की रही है।”
झिंजर ने यह भी याद दिलाया कि जब 1984 में श्री दरबार साहिब पर हमला हुआ था, तब यह आरोप लगे थे कि रंधावा के पिता ने मिठाई बांटी थी। “आज वही रंधावा इंदिरा गांधी को आदर्श के रूप में पेश कर रहा है। यह सिर्फ़ अज्ञानता नहीं, बल्कि एक सोची-समझी कोशिश है लोगों को गुमराह करने की।”
रंधावा के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा कि “भारत को एक बार फिर इंदिरा गांधी की ज़रूरत है”, झिंजर ने कहा, “पंजाब सब कुछ याद रखता है और इंदिरा गांधी व उनके परिवार को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने पंजाब को आग में झोंका था, और हम वो दौर दोबारा लौटने नहीं देंगे।”
झिंजर ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब की तमाम परेशानियां SYL से लेकर उग्रवाद तक इंदिरा गांधी की नीतियों की देन थीं। “SYL परियोजना उन्हीं के कार्यकाल में शुरू हुई, और पंजाब का पानी छीन लिया गया। वो दौर दमन और राजनीतिक षड्यंत्रों का था।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा इंदिरा गांधी की प्रशंसा करना महज संयोग नहीं है, बल्कि किसी बड़ी राजनीतिक साजिश की तैयारी का संकेत है। “1992 में भी यही पैटर्न देखा गया था — और अब ऐसा लग रहा है कि 2027 के लिए ज़मीन तैयार की जा रही है।”
उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार द्वारा केपीएस गिल के परिवार के साथ की गई बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि यह भी उसी साज़िश का हिस्सा लगता है, जिससे पंजाब के इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है और नई पीढ़ी को गुमराह किया जा रहा है।
झिंजर ने सवाल उठाया कि, “कांग्रेस आखिर क्या संकेत देना चाहती है जब वह इंदिरा गांधी को महान बताती है और केपीएस गिल जैसे अफसरों का बचाव करती है?”
“क्या अकाली नेताओं को मिल रही धमकियां और राजनीतिक उद्देश्य से हो रही पुलिस कार्रवाइयाँ किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं?”
अपने अंतिम शब्दों में झिंजर ने पंजाब के युवाओं से अपील की कि वे इतिहास को समझें और सजग रहें। “यह वीडियो सिर्फ़ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि सच्चाई को उजागर करने की कोशिश है। हर पंजाबी को यह सोचना चाहिए कि क्या ये घटनाएं सिर्फ़ इत्तेफाक हैं या एक बार फिर अंधेरे इतिहास को दोहराने की कोशिश?”
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