August 5, 2025

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पंजाब पुलिस ने अपनी किस्म की पहली राज्य स्तरीय ड्रग डिस्टरक्कशन मुहिम के साथ मनाया नशा विरोधी दिवस

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जालंधर ब्रीज: अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस के मौके पर पंजाब पुलिस ने अपनी किस्म की पहली राज्य स्तरीय ड्रग डिस्टरक्कशन (नशों का ख़ात्मा) मुहिम के दौरान सारे 24 जिलों में विभिन्न स्थानों पर कई क्विंटल नशीले पदार्थ नष्ट किये।

नशे के ख़ात्मे की यह मुहिम मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की वचनबद्धता कि उनकी सरकार तब तक आराम नहीं करेगी जब तक हर एक नशा तस्कर / नशों के व्यापारी को सलाखों के पीछे नहीं फैंक देती और पंजाब की धरती से नशों का ख़ात्मा नहीं हो जाता और राज्य इस कुरीति से मुक्त नहीं हो जाता, के दौरान आई है। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि जब ड्रग माफिया का कमर पूरी तरह तोड़ दी गई है नार्को आतंकवादियों के साथ जंग अभी भी जारी है जो सरहद पारों से ड्रोनों और अन्य ढंग-तरीकों से पंजाब में नशों को धकेलने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं।

आज नष्ट किये गए नशीले पादर्थों के विवरण देते हुये डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि पंजाब पुलिस की टीमों से तरफ से इस मुहिम के दौरान 62.140 किलो हेरोइन, 326.52 क्विंटल भुक्की, 12.536 किलो चस, 490 ग्राम सुलफ़ा, 755.905 किलो स्मैक, 1.970 किलोग्राम ब्राउन शुगर, 148.280 किलोग्राम नशीला पाउडर, 137.106 किलोग्राम गाँजा, 14,36,410 गोलियाँ / कैप्सूल, 9941 सिरिंजें और 1101 सिरप की शीशियां नष्ट की गई।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि इसके अलावा 41.880 किलोग्राम अफ़ीम सरकारी अफ़ीम और अलकालायड फैक्ट्री में जमा की गई। उन्होंने पंजाब में से नशे के ख़ात्मे के लिए विभाग की वचनबद्धता को दोहराया और बताया कि पंजाब में कफ्र्यू /लॉकडाऊन से लेकर राज्य सरकार के नशा छुड़ाओ प्रो्र्रग्राम के साथ जुडऩे वाले नशा पीडि़तों की संख्या में काफ़ी विस्तार दर्ज किया गया है।

मार्च से अब तक लगभग 1.3 लाख नशा पीडि़त नशा छुड़ाओ प्रोग्राम के साथ जुड़े हैं जो गाँवों /कस्बों में नशों की उपलब्धता में कमी का संकेत है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और सशक्तिकरन मंत्रालय की तरफ से 2019 में किये गए सर्वेक्षण जब सिफऱ् 5.41 लाख नशा पीडि़त निजी / सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज अधीन थे, के अनुसार यहाँ राज्य में कुल 12 लाख नशा पीडि़त थे।

स्पैशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) समेत पंजाब पुलिस के ठोस यत्नों के कारण राज्य में चार सालों से भी कम समय में हेरोइन की बरामदगी में कई गुणा विस्तार हुआ है -साल 2016 में 207 किलो से 410 किलोग्राम (2018), 2019 में 464 किलो और 2020 में 504 किलो।
डी.जी.पी. ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशों पर ड्रग माफिया और नशों के व्यापारियों पर शिकंजा कसते हुये पंजाब पुलिस की तरफ से 2020 में अब तक की सबसे बड़ी 504 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी की गई। इसके इलावा इस साल नशों की बरामदगी और अफगान नागरिकों समेत बड़ी मछलियों की गिरफ़्तारी के साथ पुलिस के हाथ कई बड़ी सफलताएं लगी। डीजीपी ने कहा कि इस साल कुछ बड़ी मछलियों की गिरफ़्तारी से कई बड़े अंतरराष्टीय नार्को -आतंकवाद नेटवर्कों का भी पर्दाफाश किया गया।

मार्च 2017 में कैप्टन अमरिन्दर सरकार के सत्ता संभालने से लेकर हेरोइन तस्करी के धंधे में शामिल कुल 180 बड़े नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया गया है और 118 करोड़ रुपए की जायदाद ज़ब्त की गई है। विवरण देते हुये डीजीपी ने बताया कि 2017 से लेकर अब तक बड़े नशा तस्करों की जायदाद ज़ब्त करने में तीन गुणा विस्तार हुआ है। 2017 में नशा तस्करों की 18 करोड़ रुपए की जायदाद जब्त की गई थी और साल 2020 में 58 करोड़ रुपए की जायदाद ज़ब्त की है। इस मियाद के दौरान समर्थ अधिकारी द्वारा 118 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी फ़रिज की गई है।

डीजीपी के अनुसार, राज्य के वित्त मंत्रालय के पास साल 2017 से 2020 के दरमियान 151 करोड़ रुपए की जायदाद ज़ब्त करने के प्रस्ताव विचाराधीन हैं।


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