
जालंधर ब्रीज: पंजाब पुलिस ने ग़ैर-कानूनी शराब बनाने, बेचने और इसकी तस्करी में शामिल व्यक्तियों के खि़लाफ़ शिकंजा कसते हुये बड़े स्तर पर राज्य स्तरीय मुहिम चलाई जिससे क्षेत्र में नाजायज शराब की बिक्री को रोकने के साथ-साथ जाली शराब बनाने वालों पर नज़र रखी जा सके। यह मुहिम मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के हिस्से के तौर पर डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर चलाई गई है।
विशेष डी. जी. पी. कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक एक ही समय राज्य भर में यह ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने कहा कि सभी सीपीज़/ ऐसऐसपीज़ को हिदायत की गई थी कि वे उन सभी व्यक्तियों, जिनके खि़लाफ़ पिछले दो सालों में तीन से अधिक आबकारी एक्ट के मामले दर्ज हैं, के ठिकानों पर छापेमारी करके उनसे पूछताछ करें।
तकरीबन 1200 पुलिस मुलाजिमों की शमूलियत वाली 306 पुलिस टीमों ने पिछले दो सालों के दौरान आबकारी एक्ट के अधीन तीन मामलों में शामिल कम से कम 775 व्यक्तियों के 813 ठिकानों पर छापेमारी की।
विशेष डीजीपी ने बताया कि पुलिस टीमों ने राज्य भर में 22 एफआईआर दर्ज करके 1470 किलो लाहन, 50 लीटर नाजायज शराब, नाजायज शराब की 403 बोतलें और 70 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है। उन्होंने बताया कि आगामी लोक सभा मतदान के मद्देनज़र जालंधर ग्रामीण पुलिस की तरफ से 4580 लीटर लाहन भी नष्ट की गयी।
उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन चलाने का उद्देश्य अंतर-राज्यीय सरहदों से नाजायज शराब की आमद पर रोक लगाने के इलावा नाजायज शराब बनाने वालों पर नज़र रखना था। उन्होंने कहा कि इस तरह की छापेमारियां आगे भी जारी रहेंगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यवाहियां समाज विरोधी तत्वों में डर और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने में भी सहायक होती हैं।
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