
जालंधर ब्रीज: पंजाब सरकार ने 59 ओर विशेष रेलगाडिय़ों के द्वारा राज्य में रह रहे मज़दूरों और उनके पारिवारिक सदस्यों को उनकी इच्छा के अनुसार उनके पैतृक राज्य बिहार के विभिन्न शहरों में पहुँचाने के लिए बिहार सरकार से सहमति माँगी है।
इस बाबत पंजाब के मुख्य सचिव करन अवतार सिंह द्वारा बिहार के अपने समकक्ष दीपक कुमार को पत्र लिखा गया है। इस पत्र में 12 रेलगाडिय़ाँ रोज़ानाचलाने की सहमति माँगी गई है और 59 रेलगाडिय़ों की सूची विस्तार सहित बिहार सरकार को भेजी गई है। हालाँकि इससे पहले भी बिहार के कई शहरों को पंजाब के विभिन्न शहरों तक रेलगाडिय़ाँ जा रही हैं, परन्तु काफ़ी मज़दूरों द्वारा वापस जाने की इच्छा के अंतर्गत 59 और रेलगाडिय़ाँ चलाने की पंजाब सरकार ने बिहार से सहमति माँगी है।
इस सम्बन्धी एक प्रवक्ता ने बताया कि यह रेलगाडिय़ाँ पंजाब के लुधियाना, जालंधर, मोहाली, अमृतसर, सरहिन्द और पटियाला स्टेशनों से रवाना होंगी। पंजाब से चल कर यह रेलगाडिय़ाँ बिहार के विभिन्न शहरों जिनमें बक्सर, सीतामढ़ी, पटना, सहरसा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, छपरा, किशनगंज, हाजीपुर, गया, बेतिया, दानापुर, सीवान और कटेहार के अलावा अन्य प्रमुख शहरों तक लोगों को पहुँचाया करेंगी। उन्होंने बताया कि इन रेलगाडिय़ों के द्वारा जाने वालों की मैडीकल टीम द्वारा जांच की जाएगी और सिफऱ् वह लोग ही सफऱ कर सकेंगे, जिनमें कोरोनावायरस के कोई लक्षण नहीं होंगे। सभी मुसाफिऱों को मैडीकल सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
प्रवक्ता के अनुसार इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निर्देशों के अनुसार 220 से अधिक रेलगाडिय़ों के द्वारा ढाई लाख से अधिक प्रवासी मज़दूरों को उनके पैतृक राज्यों में भेजा जा चुका है और अभी भी यह प्रक्रिया जारी है।
जि़क्रयोग्य है कि सबसे अधिक रेलगाडिय़ाँ यू.पी. और उसके बाद बिहार और झारखंड को जा रही हैं। पंजाब सरकार छत्तीसगढ़, मनीपुर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश को भी रेलगाडिय़ाँ भेज रही है। सभी मुसाफिऱों को सफऱ के लिए भोजन, पानी और अन्य ज़रूरी वस्तुएँ प्रदान की जा रही हैं।
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