
जालंधर ब्रीज: पंजाब के मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा कि राज्य सरकार दिल्ली सरहदों से जीत कर मुड़ने पर किसानों का स्वागत करेगी। किसानों, कृषि मज़दूरों और संयुक्त किसान मोर्चाे के नेताओं को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोगों की जीत है और समाज के अलग-अलग वर्गों की बेमिसाल एकता ने मोदी सरकार को काले बिल वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया। श्री चन्नी ने कहा कि करीब एक साल से किसानों की माँगों की तरफ ध्यान न देने के बावजूद भाजपा नेता अब किसानों की जीत से राजनैतिक लाभ लेने की फिराख में हैं और इसको पंजाब में चुनाव कार्ड के तौर पर बरतने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भाजपा नेताओं को इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर राजनीति करने से सचेत रहने की याद दिलाते हुये कहा कि देश के किसान और लोग एक साल से अधिक समय से उनके धैर्य का इम्तिहान लेने वाली मोदी सरकार और इसके नेताओं को कभी भी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए यह कोई आसान जीत नहीं थी क्योंकि उनको मोदी सरकार के अहंकार की भारी कीमत उठवानी पड़ी क्योंकि आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों ने अपनी जानें कुर्बान कर दीं।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा ही किसानों और मज़दूरों के साथ खड़ी है और उन्होंने किसानों की हर संभव मदद की है जो देश में कृषि भाईचारे को बचाने के लिए ऐतिहासिक और महान मकसद के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले 350 के करीब किसानों के पारिवारिक सदस्यों को नौकरियाँ और वित्तीय सहायता भी दी है और पंजाब के बाकी शहीद किसानों के परिवारों को भी जल्द ही यह सुविधा दी जायेगी।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि इतिहास में पहली बार उनकी सरकार ने नरमा पट्टी के किसानों को मुआवज़े के तौर पर 17,000 रुपए प्रति एकड़ और मज़दूरों के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त राशि मंज़ूर की है, जिसमें से 12,000 रुपए प्रति एकड़ पहले ही डिप्टी कमिशनरों को भेजे जा चुके हैं और बाकी 5,000 रुपए प्रति एकड़ एक हफ़्ते में भेज दिए जाएंगे। उन्होंने डिप्टी कमिशनरों को किसानों और नरमा चुगने वाले मज़दूरों को मुआवज़े की वितरण प्रक्रिया में तेज़ी लाने के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने अपना कारोबारी साम्राज्य स्थापित करने के लिए सरकारी खजाने को लूटने के लिए बादलों और मजीठिया को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि बादलों और मजीठिया के अलावा कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने भी आम लोगों की मुश्किलों की तरफ ध्यान न देकर ऐसे बुरे कामों में ख़ुद को शामिल कर लिया है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा, ‘इस तरह के लोग कभी भी आम लोगों की दुदर्शा को नहीं समझेंगे क्योंकि वह कुलीन वर्ग से सम्बन्धित हैं। कुलीन वर्ग की कोई जाति या धर्म नहीं होता क्योंकि उनका एकमात्र मनोरथ किसी भी तरीके से अपनी जेबें भरना होता है।’
कैप्टन अमरिन्दर सिंह के कुशासन संबंधी बोलते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उन्होंने करदाताओं के पैसे पर अपने साथ सलाहकारों की एक टीम रखी हुई थी और लोगों को अनावश्यक परेशान करने के लिए उनको सैंकड़े पुलिस मुलाजिमों की सुविधा भी दी थी।
‘आप’ को ठगों और लुटेरों की पार्टी करारते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि ‘ख़ास पार्टी’ के ग़ैर-पंजाबी लोग अपने चुनाव घोषण-पत्र से पंजाब के लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं परन्तु पंजाबी इससे वाकिफ़ हैं और इनको सबक सिखाएँगे। उन्होंने कहा कि हर तरफ़ ‘बाहर’ के पोस्टर लगा कर पंजाब पर कब्ज़ा करने का उनका स्वप्न कभी भी हकीकत में नहीं बदलेगा क्योंकि पंजाब निवासी इन काले दिलों वाले काले अंग्रेज़ों को पंजाब से बाहर फैंक देंगे। उन्होंने कहा कि ‘आप’ के यह ‘बाहरी’ पंजाब के किसी भी नेता को अपने पोस्टरों और होर्डिंगों पर भी जगह नहीं दे रहे हैं, जिससे उनके छिपे हुये एजंडे की पोल खुल गई है।
इस दौरान पंजाब के परिवहन मंत्री अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि चाहे उनकी पार्टी ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को पंजाब के लोगों की मुश्किलों के हल के लिए पूरी छुट दी थी परन्तु श्री गुटका साहिब की कसम उठाने के बावजूद उन्होंने अपने किये वायदों को पूरा करने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की।
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