
जालंधर ब्रीज: पंजाब सरकार द्वारा प्रवासियों को अपने अपने राज्यों में पहुँचाने के लिए शुरू की गई मुहिम अधीन अब तक 90 रेल गाड़ीयों के द्वारा कुल 1,10,000 प्रवासी उनके राज्यों को भेजे गए हैं। इस कार्य पर राज्य सरकार ने अब तक 6 करोड़ रुपए से भी अधिक राशि खर्च की है।
इसकी जानकारी देते हुए आज यहाँ राज्य के नोडल अफसर रेलवे श्री विकास प्रताप ने बताया कि प्रवासियों की घर वापसी को रेलवे की फिरोज़पुर डिवीजऩ और अम्बाला डिवीजऩ के सहयोग से यकीनी बनाया गया है। उन्होंने आगे बताया कि आने वाले दिनों के दौरान प्रवासियों को उनके राज्यों में पहुँचाने के लिए 15 और रेल गाड़ीयाँ चलाईं जाएंगी।
उन्होंने बताया कि इस समय सबसे अधिक रेल गाड़ीयाँ लुधियाना से जा रही हैं। यहाँ से 36 गाड़ीयाँ प्रवासियों को लेकर उनके राज्यों में गई हैं। इसी तरह 31 गाड़ीयाँ जालंधर से प्रवासियों को लेकर देश के अलग अलग राज्यों को गई हैं। उन्होंने बताया कि पटियाला, मोहाली, बठिंडा, सरहिन्द आदि शहरों से भी रेल गाड़ीयाँ प्रवासियों को लेकर उनके राज्यों को गई हैं और आने वाले दिनों के दौरान फिरोज़पुर कैंट, दोराहा आदि शहरों से भी रेल गाड़ीयाँ प्रवासियों को लेकर उनके राज्यों को जाएंगी।उन्होंने आगे बताया कि सबसे अधिक गाड़ीयाँ उत्तर प्रदेश को जा रही हैं और उसके बाद बिहार और झारखंड को गाड़ीयाँ गई हैं।
पंजाब सरकार प्रवासियों की समस्याओं को घटाने के लिए छत्तीसगढ़, मणीपुर, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों को भी रेल गाड़ीयाँ चला रही है।श्री विकास प्रताप सिंह ने यह भी बताया कि पंजाब सरकार ने इन सभी राज्यों के लिए नोडल अफसर नियुक्त किये हैं जोकि प्रवासियों की वापसी के लिए सुविधा प्रदान करने के लिए सक्रियता के साथ उन राज्यों के अपने समकक्षों के साथ संपर्क में हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के सभी डिप्टी कमीश्नरों ने प्रवासियों की लाजि़मी स्क्रीनिंग के लिए टीमों का गठन किया है। सिर्फ उन लोगों को गाड़ीयाँ में जाने दिया जा रहा है जिनको बीमारी के लक्षण नहीं हैं।
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