
जालंधर ब्रीज: राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और मौतों के मद्देनजऱ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार को राज्य के डी.जी.पी. को विशेष आरक्षित दस्ते तैयार करने के आदेश दिए हैं और इस मकसद हेतु अगले कुछ महीनों के लिए ग़ैर-ज़रूरी ड्यूटियों पर तैनात पुलिसकर्मियों को वापस बुलाने के लिए कहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कोविड की समीक्षा सम्बन्धी एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को यह भी निर्देश दिए कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों ख़ासकर मास्क न पहनने वालों के खि़लाफ़ सख़्त कदम उठाए जाएँ।
उन्होंने डी.जी.पी. को यह निर्देश भी दिए कि कोविड के मामलों की बहुतायत वाले शहरों के एस.एस.पीज़ को यह हिदायतें भी दी जाएँ कि इस महामारी के और फैलाव को रोकने के लिए नियमों और सरकार द्वारा लगाई गईं पाबंदियों की सख़्ती से पालना यकीनी बनाई जाए। पंजाब में प्रति मिलियन के हिसाब से मौतों का संख्या 7.7 प्रति मिलियन तक बढऩे के मद्देनजऱ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि कंटेनमैंट और माईक्रो कंटेनमैंट ज़ोनों की पहचान जल्द से जल्द की जाए और इस महामारी के फैलाव को रोकने सम्बन्धी तेज़ी से कदम उठाए जाएँ। राज्य में मौजूदा समय में 12 जि़लों में 38 माईक्रो कंटेनमैंट ज़ोन हैं, जबकि छह जि़लों में सात कंटेनमैंट ज़ोन हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा पहले से निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार टेस्टिंग बढ़ाने के लिए तुरंत कार्यवाही किए जाने पर भी ज़ोर दिया। बेहद सावधानी बरतने बरती जाने की अहमीयत को दर्शाते हुए, हालाँकि राज्य के आंकड़े राष्ट्रीय औसत से बेहतर हैं, मुख्यमंत्री ने जि़ला प्रशासनों को कहा कि ताज़ा दिशा-निर्देशों को ख़ासकर भीड़ में पाँच व्यक्तियों से अधिक को एकत्र होने की बन्दिश के संदर्भ में सख़्ती से लागू किए जाएँ। कोविड के खि़लाफ़ जंग जीतने के लिए लोगों से सहयोग की माँग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम जि़ला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर काम करना चाहिए, जिससे कोविड के फैलाव को रोकने के लिए समूचे तौर पर एक मुहिम शुरु की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि अमृतसर में जि़ला प्रशासन, पुलिस, सरकारी मैडीकल कॉलेज, कम्युनिटी मैडिसन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विशेषज्ञों द्वारा किए काम के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।
उन्होंने प्राईवेट संस्थानों जैसे कि डी.एम.सी. लुधियाना द्वारा किए जा रहे काम की भी सराहना की, जिन्होंने राम श्रीराम सोसाइटी के साथ तालमेल करके लेवल-1 के मरीज़ों के लिए और ज्य़ादा बैड्ज़ का इंतज़ाम किया है। उन्होंने इस काम में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए डी.सी. लुधियाना और कमिशनर ऑफ पुलिस लुधियाना की भी सराहना की। इससे पहले डी.जी.पी. ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन उल्लंघनकर्ताओं में से 40 प्रतिशत रोज़ाना के मुसाफिऱ हैं। उन्होंने बताया कि कार्यवाही करने के साथ-साथ सभी पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस फोर्स में इस समय में कोविड के 125 सक्रिय मामले हैं और इनके परिवारिक सदस्यों में से 161 सदस्यों का टैस्ट भी पॉजि़टिव पाया गया।
उन्होंने बताया कि संक्रमण से प्रभावित सभी मुलाजि़मों को एकांतवास में रखा जा रहा है। इससे पहले विशेषज्ञ कमेटी के प्रमुख डॉ. के.के. तलवार, जो राज्य सरकार को सलाह देने के लिए विशेषज्ञ कमेटी के प्रमुख हैं, ने कमेटी की कार्यवाही रिपोर्ट में खुलासा किया कि होम क्वारंटाइन / घरेलू एकांतवास मामलों की टेली-मोनिटरिंग के लिए पंजाब हैल्थ सिस्टम कोर्पोरेशन (पी.एच.एस.सी.) द्वारा टैंडर जारी कर दिए हैं और बिड्ज़ शुक्रवार तक सौंपनी होंगी। इसी तरह पी.एच.एस.सी. द्वारा 17 ए.एल.एस. ऐंबूलैंसें मंगाने के आदेश दिए गए और इस हफ़्ते के अंत तक 5 एंबुलेंस मिलने की आशा है। मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में प्लाज़्मा बैंकों की स्थापना पर अमल सम्बन्धी डॉ. तलवाड़ ने बताया कि ब्ल्ड बैंक एंड ट्रांसफ्यूजऩ मैडिसन, पी.जी.आई., चंडीगढ़ के पूर्व प्रमुख डॉ. नीलिमा मरवाहा को इन बैंकों की निगरानी करने का जि़म्मा दे दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि ए.डी.जी.पी. जेलों के साथ विचार-विमर्श के उपरांत कोविड पॉजि़टिव कैदियों को 17 दिनों के लिए आईसोलेशन की सुविधाओं में रखने का फ़ैसला लिया गया है।
More Stories
मेरी घरेलू तस्वीरें पब्लिक करना मजीठिया की घटिया राजनीति – डॉ. रवजोत
राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (NITTTR)
केवीआईसी ने देशभर के 11,480 पीएमईजीपी लाभार्थियों को ₹300 करोड़ से अधिक की सब्सिडी वितरित की