
जालंधर ब्रीज: माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 13 अगस्त, 2020 को ‘पारदर्शी कराधान- ईमानादार का सम्मान’ मंच का शुभारंभ किया था तथा उस द्वारा करदाताओं (असैसीज़) के अधिकारों को आयकर अधिनियम के अंतर्गत संवैधानिक व्यवस्था में सूचीबद्ध किया गया था।इस योजना का उद्देश्य आयकर मूल्यांकन की कार्य-विधियों में फेसलेस जांच करना व मानवीय हस्तक्षेप को कम करना है।
उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के कर-दाताओं को मूल्यांकन की इस नई योजना ‘फेसलेस असेसमेंट स्कीम’ के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु, चण्डीगढ़ में आयकर के प्रिंसीपल चीफ़ कमिशनर श्रीमति सुनीता पुरी के मार्गदर्शन में एक जागरुकता अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत पंजाब एवं हरियाणा राज्यों के विभिन्न आयकर कार्यालयों द्वारा गत कुछ दिनों के दौरान वैबीनार्स की एक श्रृंख्ला का आयोजन किया गया था। इन वैबीनार्स में चार्टर्ड अकाउंटेंटस एवं टैक्स प्रैक्टिशनर्स ऐसोसिएशनों के सदस्यों, विभिन्न व्यापार ऐसोसिएशनों, कमिशन एजेन्टों व अनाज के व्यापारियों, आटो पार्टस डीलरों, फ़र्नीचर डीलरों, रासायनिक डीलरों एवं करदाता समुदाय के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया था। 24 अगस्त, 2020 तक अमृतसर, लुधियाना, जालन्धर, पटियाला, गुरूग्राम, रोहतक, हिसार, करनाल आदि सहित समस्त उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में 17 वैबीनार आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें लगभग 850 वयक्तियों ने भाग लिया।
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