
जालंधर ब्रीज: आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा उन पर लगाए गए अपमानजनक आरोपों पर सख्त प्रतिक्रिया दी और मजीठिया की कड़ी शब्दों में निंदा की।
डॉ रवजोत ने इस मुद्दे को लेकर आज जालंधर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ आप पंजाब के महासचिव दीपक बाली और आप नेता तरनदीप सिंह सनी मौजूद थे।
डॉ रवजोत ने सोशल मीडिया पर एक एडिट की गई तस्वीर को प्रसारित करने पर कहा कि उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक प्रतिष्ठा को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस कृत्य को राजनीति का निम्न स्तर बताया और कहा कि इसका उद्देश्य एक महिला की इज्जत खराब करना और दलित समुदाय के नेताओं को निशाना बनाना है।
आप नेता डॉ. रवजोत ने होशियारपुर में स्वास्थ्य सेवा पेशेवर के रूप में अपनी दो दशकों की सेवा व पार्टी की प्रगति में अपने योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने लुधियाना पश्चिम चुनाव अभियान के समापन के ठीक बाद घटिया राजनीति पर गहरी निराशा व्यक्त की।
डॉ. रवजोत सिंह ने कहा, “सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीर जनता को गुमराह करने और मुझे बदनाम करने का एक अपमानजनक और अनैतिक प्रयास है। यह महिला किसी की बेटी, मां या बहन है। यह कृत्य न केवल मुझ पर हमला है, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान है। इस तरह की रणनीति ऐसे नेताओं द्वारा की जाने वाली निम्न स्तर की राजनीति का प्रतिबिंब है।”
डॉ. रवजोत ने मजीठिया पर सत्ता में अपने कार्यकाल के दौरान एससी और दलित समुदाय पर अत्याचार करने भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आप सरकार एससी और दलित समुदायों की समर्थक रही है, जिसका सबूत एडवोकेट जनरल के कार्यालय में आरक्षण लागू करने जैसी ऐतिहासिक पहल है।
उन्होंने कहा कि ये कदम उनके जैसे नेताओं के लिए असहनीय हैं, जो दलित समुदाय की प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि यह बदनामी अभियान पंजाब में अनुसूचित जाति के नेताओं और मंत्रियों की छवि को धूमिल करने की सोची-समझी चाल है। यह अनुसूचित जाति के नेताओं की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने का एक प्रयास है। मजीठिया और उनकी पार्टी ने बार-बार हमारे नेताओं को निशाना बनाया है। लेकिन वे हमारे समावेशी विकास के मिशन को पटरी से उतारने की अपनी कोशिशों में सफल नहीं होंगे।”
डॉ. रवजोत ने मजीठिया जैसे नेताओं के पाखंड को उजागर करते हुए कहा, “ये नेता सार्वजनिक रूप से खुद को धार्मिक और धर्मपरायण बताते हैं, लेकिन बंद दरवाजों के पीछे इस तरह की शर्मनाक हरकतें करते हैं। उनकी हरकतें सिख मूल्यों और नैतिकता पर एक दाग हैं।” उन्होंने कहा कि मैंने मजीठिया के खिलाफ औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई है। हमें अपने जांच एजेंसियों पर भरोसा है कि वे सच्चाई सामने लाएंगे क्योंकि यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं है बल्कि यह एक ऐसा उदाहरण स्थापित करने के बारे में है कि पंजाब की राजनीति में इस तरह के दुर्भावनापूर्ण अभियान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
डॉ. रवजोत ने राजनीतिक नेताओं से व्यक्तिगत हमलों में लिप्त होने के बजाय सार्वजनिक विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति से समाज में गलत संदेश जाती है और हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की पवित्रता को भी कमजोर करती है। इसलिए मैं सभी नेताओं से वास्तविक मुद्दों पर चर्चा करने और इस तरह की घटिया राजनीति न करने की अपील की।
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