
जालंधर ब्रीज: केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों की उपस्थिति में श्रीनगर-लेह राजमार्ग (एनएच-1) पर स्थित भू-रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जेड-मोड़ सुरंग का निरीक्षण किया।

जम्मू एवं कश्मीर में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 19 सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत 2680 करोड़ रुपये की लागत से 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग व पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है। दो-लेन वाली यह सड़क सुरंग कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच स्थित पर्वतीय ग्लेशियर, थजीवास ग्लेशियर के नीचे बनाई जा रही है।
जेड-मोड़ सुरंग परियोजना के तहत, कुल 10.8 मीटर लंबाई वाली एक मुख्य सुरंग, कुल 7.5 मीटर लंबाई वाली संशोधित घोड़े के नाल के आकार वाली एस्केप टनल, कुल 8.3 मीटर लंबाई वाली डी-आकार वाली वेंटिलेशन टनल, कुल 110 मीटर व 270 मीटर लंबाई वाली दो बड़ी पुलिया और कुल 30 मीटर लंबाई वाली एक छोटी पुलिया का निर्माण प्रस्तावित है। अब तक जेड मोड़ सुरंग का 75 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। दिसंबर 2023 तक इस सुरंग को राष्ट्र को समर्पित करने का लक्ष्य रखा गया है।
जेड-मोड़ सुरंग में कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली को स्थापित किया गया है जिससे यातायात को नियंत्रित करने में आसानी होगी। इसके साथ ही समर्पित एस्केप टनल के जरिए यातायात को सुविधाजनक बनाया जाएगा। जेड-मोड़ सुरंग पर्यटक शहर सोनमर्ग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इस परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान उत्पन्न होने वाले मलबे का उपयोग रास्ते के किनारे उपयोगी सुविधाओं के निर्माण और इलाके के विकास के लिए किया गया है।
जेड-मोड़ सुरंग का इलाका रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके निर्माण से श्रीनगर और कारगिल के बीच निर्बाध संपर्क सुनिश्चित होगा और श्रीनगर एवं लेह के बीच की यात्रा में लगने वाले समय में भी काफी कमी आएगी। यह सुरंग इस पूरे इलाके में सामाजिक एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। थजीवास ग्लेशियर और सिंध नदी में व्हाइटवाटर राफ्टिंग जैसी गतिविधियों सहित सोनमर्ग में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
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