June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के मोहाली कार्यालय द्वारा तीन दिवसीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन की शुरुआत की

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जालंधर ब्रीज: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के मोहाली क्षेत्रीय कार्यालय ने आज केंद्र के क्षेत्रीय अधिकारियों/ कर्मचारियों को आकड़ें संग्रह के लिए आवश्यक सभी अवधारणाओं और तकनीकी से लैस कराने के लिए अपने तीन दिवसीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन की शुरुआत की।

प्रारंभ में रजनीश माथुर, उप महानिदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय, मोहाली ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और सर्वेक्षण के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे प्रशिक्षण कार्यक्रम का पूरा उपयोग करें और क्षेत्र कार्य शुरू होने से पहले अपनी सभी शंकाओं को दूर करें ।

संजीब बसु, उप महानिदेशक, डीक्यूएडी, कोलकाता, जिन्हें इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सूत्रधार के रूप में नामित किया गया है, ने केंद्रीय और राज्य स्तर पर नीतियों के निर्माण में गुणात्मक और मात्रात्मक डेटा की आवश्यकता पर बल दिया। प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्होंने आकड़ा संग्रहकर्ताओं पर आकड़ा एकत्र करते समय वास्तविक प्रयास करने पर जोर दिया ताकि वास्तविक तस्वीर कैप्चर की जा सके। उन्होंने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी सर्वेक्षण का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की अपील की, ताकि आम जनता बिना किसी भय/संदेह के जानकारी प्रदान कर सके।

श्री मोहन लाल शर्मा, आर्थिक सलाहकार, आर्थिक और सांख्यिकी निदेशालय ने भी नीति निर्माण और संसाधन आवंटन में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षणों के महत्व पर प्रकाश डाला और विश्वसनीय आकड़ों की भूमिका को रेखांकित किया।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का एक क्षेत्र संकार्य प्रभाग 1 जुलाई 2022 से व्यापक वार्षिक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएएमएस) और आयुष सर्वेक्षण पर सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण का 79वां दौर शुरू करने जा रहा है और यह दिनांक 30 जून 2023 तक जारी रहेगा । आयुष पर सर्वेक्षण अपनी तरह का पहला है और आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अनुरोध पर किया जा रहा है।

उच्च आवृत्ति सामाजिक-आर्थिक संकेतकों को संकलित करने और सतत विकास लक्ष्यों की निगरानी के लिए व्यापक वार्षिक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएएमएस) आयोजित किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण में आयुष के बारे में जागरूकता/ज्ञान, आयुष उपचार पर खर्च, आयुष का प्रवेश, औपचारिक शिक्षा की जानकारी, कुछ बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच, मासिक घरेलू उपभोग व्यय, आकड़ों के डिजिटल मोड का उपयोग करके आईसीटी के उपयोग के बारे में ज्ञान आदि पर आकड़ें एकत्र कियें जायेगे ।


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