June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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करोड़ों रुपये का नेचर हाइट्स इंफ्रा घोटाला: 9 सालों से फऱार दोषी नीरज अरोड़ा को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड से किया गिरफ़्तार

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जालंधर ब्रीज: करोड़ों रुपये का नेचर हाइट्स इंफ्रा स्कैम में बड़ी सफलता दर्ज करते हुए फरीदकोट और फाजिल्का पुलिस की साझी टीमों ने मुख्य दोषी नीरज थठायी उर्फ नीरज अरोड़ा को गिरफ़्तार किया है, जो कि पिछले 8-9 सालों से फऱार था और भगौड़ा था, को उत्तराखंड के जि़ला पौड़ी से गिरफ़्तार किया। उक्त मुलजिम भोले-भाले लोगों को रिहायशी/व्यापारिक प्लॉट देने का झाँसा देकर बड़ी रकम ठगता था।  यह कार्यवाही फाजिल्का के अमनदीप कम्बोज़ उर्फ अमन सकोडा की गिरफ़्तारी के बाद अमल में लाई गई है, जो 8 मामलों में पी.ओ. था और 18 मामलों में बेल जंपर था।

उसे 15 मार्च, 2024 को फाजिल्का पुलिस के पी.ओ. स्टाफ ने वाराणसी उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया था।  आई.जी.पी. फरीदकोट रेंज गुरशरन सिंह संधू और डीआईजी फिऱोज़पुर रेंज रणजीत सिंह ढिल्लों ने मंगलवार को साझी प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान संबोधित करते हुए बताया कि एस.पी. इन्वेस्टिगेशन फाजिल्का प्रदीप सिंह संधू और डीएसपी नार्कोटिक्स फरीदकोट इकबाल सिंह संधू के नेतृत्व में दोनों जिलों की पुलिस टीमों ने एसएसपी फरीदकोट हरजीत सिंह और एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन की समूची निगरानी अधीन मोस्ट वांटेड अपराधी नीरज अरोड़ा को श्री नगर गढ़वाल जि़ला पौड़ी, उत्तराखंड से गिरफ़्तार किया है।  

पुलिस टीमों ने मुलजिम नीरज अरोड़ा के कब्ज़े से एक लग्जरी बीएमडब्ल्यू कार, कुछ मोबाइल फ़ोन और जाली दस्तावेज़ भी बरामद किये हैं।  आईजीपी गुरशरन सिंह संधू ने बताया कि मुलजिम राज्य में लोगों को पैसे या प्लॉट देने का झाँसा देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए 21 जिलों में दर्ज 108 एफआईआरज़ का सामना कर रहा है। कुल 108 एफआईआरज़ में से 47 फाजिल्का में दर्ज हैं; फिऱोज़पुर में आठ; पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में छह-छह; रूपनगर, मोहाली और एसएएस नगर में पाँच-पाँच; फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब और जालंधर कमिश्नरेट में चार-चार केस दर्ज हैं।

जि़क्रयोग्य है कि फरवरी 2016 में फाजिल्का पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किये गए दोषी नीरज अरोड़ा ने ज़मानत बेल जम्प कर दी थी और फरवरी 2017 में उसे पी.ओ. ऐलान कर दिया गया था। इन्फोर्समैंट डायरैक्टोरेट ने नीरज थठायी के खि़लाफ़ केस दर्ज किये और जायदादें ज़ब्त की हैं, जबकि पीडि़तों द्वारा दायर की गई कई रिट पटीशनें माननीय पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट, चंडीगढ़ में लम्बित हैं।

डीआईजी रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि मुलजिम अपनी गिरफ़्तारी से बचने के लिए नकली आईडी का प्रयोग कर रहा था। उन्होंने बताया कि मुलजिम के पास पंजाब और मध्य प्रदेश में 1200 एकड़ से अधिक ज़मीन और 200 रिहायशी फ्लैट हैं, जिनकी कीमत 1000 करोड़ रुपए से अधिक है।  


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