August 3, 2025

Jalandhar Breeze

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मेहर चंद पॉलिटेक्निक कॉलेज ने इंटर-पॉलिटेक्निक स्टेट टेक-फेस्ट में जीती ओवरऑल ट्रॉफी

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जालंधर ब्रीज: प्रिंसिपल डॉ. जगरूप सिंह के नेतृत्व में मेहर चंद पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने माई भागो गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज फॉर गर्ल्स, अमृतसर में आयोजित पी.टी.आई.एस. राज्य स्तरीय टेक-फेस्ट 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल आठ पुरस्कार जीतकर ओवरऑल ट्रॉफी पर कब्जा किया। यह कॉलेज अब तक कुल 11 बार इंटर-पॉलिटेक्निक स्टेट टेक-फेस्ट ट्रॉफी जीत चुका है, जिनमें से 9 बार लगातार विजेता रहा है।

इस इवेंट में दो श्रेणियाँ थीं: प्रोजेक्ट डिस्प्ले और पी.पी.टी (प्रेजेंटेशन)

पी.पी.टी कैटेगरी में:

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE) विभाग के छात्रों ने पहला स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल व ₹5000 की नकद राशि जीती।

कंप्यूटर हार्डवेयर विभाग के छात्रों ने भी पहला स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल व ₹5000 का नकद इनाम प्राप्त किया।

फार्मेसी विभाग ने दूसरा स्थान हासिल कर सिल्वर मेडल और ₹3000 रुपये जीते।

मैकेनिकल विभाग ने तीसरा स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक व ₹2000 रुपये का इनाम हासिल किया।

प्रोजेक्ट डिस्प्ले कैटेगरी में:

ECE विभाग ने फिर से पहला स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल व ₹5000 जीते।

मैकेनिकल विभाग ने तीसरा स्थान प्राप्त कर ₹2000 का इनाम जीता।

एप्लाइड साइंस विभाग ने प्रोजेक्ट डिस्प्ले में पहला स्थान और पी.पी.टी में तीसरा स्थान हासिल कर गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीते।

इस प्रतियोगिता में पूरे राज्य के 40 अलग-अलग पॉलिटेक्निक कॉलेजों के छात्रों ने भाग लिया। मेहर चंद पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने कुल 8 अवॉर्ड जीतकर ₹22,000 की नकद राशि अर्जित की और ओवरऑल ट्रॉफी जीतकर कॉलेज का नाम ऊँचाइयों तक पहुँचाया।

शुरुआत में केवल 8 पुरस्कार ही घोषित किए गए थे और ओवरऑल ट्रॉफी का एलान नहीं किया गया था, लेकिन प्रिंसिपल डॉ. जगरूप सिंह जी के आग्रह पर टेक-फेस्ट के अध्यक्ष व अन्य अधिकारियों ने पुनर्विचार कर कॉलेज को ओवरऑल ट्रॉफी देने की घोषणा की। डॉ. सिंह जी ने स्वयं ट्रॉफी कॉलेज लाकर समस्त स्टाफ व छात्रों के साथ इस जीत का जश्न मनाया। सभी ने ट्रॉफी के साथ फोटो खिंचवाई और भंगड़ा किया। इस अवसर पर कॉलेज में लड्डू और समोसे वितरित किए गए।

डॉ. जगरूप सिंह जी ने बताया कि यह 11वीं बार ट्रॉफी जीतने का श्रेय कॉलेज के स्टाफ, छात्रों, पूर्व छात्रों और डी.ए.वी. प्रबंधन को जाता है।


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