June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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एमसीएम ने पूर्णउत्साह के साथ 10वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया

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जालंधर ब्रीज: मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़ की एनएसएस इकाइयों और शारीरिक शिक्षा विभाग ने कॉलेज की विकसित भारत अभियान समिति के सहयोग से 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ‘योगा फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी’ की व्यापक थीम के अंतर्गत ‘योगा फॉर वीमेन इम्पावरमेंट ’ विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ की एसएसपी सुश्री कंवरदीप कौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।

सुश्री कंवरदीप, जो स्वयं पिछले 11 वर्षों से योग का अभ्यास कर रही हैं, ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में स्वास्थ्य पीछे छूट जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे विचार हमारे शरीर का मार्गदर्शन करते हैं, जिससे हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है और यहीं पर योग की भूमिका आती है क्योंकि यह हमारे विचारों को शुद्ध करता है, तनाव से राहत देता है और न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है बल्कि हमारे मन और आत्मा को भी संतुलित रखता है।

उन्होंने यह भी कहा कि नकारात्मक विचारों को दूर रखना और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना जीवन का सार है और योग हमें लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग में स्वर्ण पदक विजेता सुश्री केशम मोनारीटा ने एक योग सत्र आयोजित किया। सुश्री मोनारीटा ने सामान्य योग दिवस प्रोटोकॉल में उल्लिखित सभी आसनों का प्रदर्शन किया। प्रतिभागियों ने ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन आदि जैसे आसन किए और कपालभाति, अनुलोम-विलोम जैसे श्वास व्यायाम भी किए। सत्र में विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों सहित 100 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

इसके बाद कॉलेज के उन खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी इंटर-कॉलेज, ऑल इंडिया इंटर-यूनिवर्सिटी लेवल, खेलो इंडिया गेम्स और नॉर्थ जोन ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में विभिन्न खेलों में पदक प्राप्त किए थे।

लगभग 40 विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव, जो चार दशकों से अधिक समय से योग से जुड़ी हुईं हैं, ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि योग मन और शरीर की एकता, विचार और क्रिया, मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को समग्र स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अपने दैनिक जीवन में योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया।


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