
जालंधर ब्रीज: भारतीय रेलवे के बैकएंड योद्धाओं ने इस लॉकडाउन के दौरान यार्ड रिमॉडलिंग, सीजर्स क्रॉसओवर के नवीकरण और पुलों की मरम्मत जैसे काफी समय से लंबित पड़े रखरखाव कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। कई वर्षों तक लंबित पड़े रहने के कारण ये अक्सर भारतीय रेलवे के लिए मुश्किलों का सबब रहे।
भारतीय रेलवे ने पार्सल ट्रेनों और मालगाड़ियों के माध्यम से सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखलाओं (सप्लाई चेन) को निरंतर सुनिश्चित करने के अलावा काफी समय से लंबित पड़े रखरखाव कार्यों को इस लॉकडाउन अवधि के दौरान सफलतापूर्वक पूरा किया है क्योंकि कोविड-19 के कारण यात्री सेवाओं को रोक दिया गया है।
भारतीय रेलवे ने काफी समय से लंबित पड़े ऐसे अनेक रखरखाव कार्यों पर फोकस किया, जिनमें लंबी अवधि के लिए यातायात को रोकने की आवश्यकता होती है। ये कार्य कई वर्षों से लंबित थे और इनकी वजह से रेलवे को गंभीर अड़चनों का सामना करना पड़ रहा था। भारतीय रेलवे ने इसे ‘जीवन में सिर्फ एक बार मिलने वाला अवसर’ जैसा मानते हुए लॉकडाउन अवधि के दौरान इन कार्यों को पूरा करने की योजना बनाई, ताकि इन लंबित रखरखाव कार्यों को निपटाने के साथ-साथ ट्रेन सेवा को प्रभावित किए बिना ही काम को पूरा किया जा सके।
रेलवे की परिसंपत्तियों का रखरखाव नियमित रूप से किया जाता है, ताकि आम जनता के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को निरंतर जारी रखा जा सके।
ट्रैक, सिग्नल एवं ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) मेंटेनर के साथ लगभग 500 आधुनिक भारी ट्रैक मेंटेनेंस मशीनों ने 12270 किमी लंबी सीधी पटरियों और 5263 टर्न आउट के लंबित पड़े ट्रैक रखरखाव कार्य को पूरा करने के लिए 10749 मशीन दिवसों तक नियमित रूप से काम किया है।
पटरियों की सही स्थिति की निगरानी समय-समय पर स्पंदन निगरानी प्रणाली (ओएमएस) को चला करके की जाती रही है। ओएमएस परीक्षण द्वारा इंगित 5362 पीक लोकेशन पर 1,92,488 किलोमीटर लंबी पटरियों का जायजा लिया गया, ताकि समुचित गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। 30182 किलोमीटर लंबी पटरियों और 1,34,443 रेल वेल्ड में अल्ट्रासोनिक फ्लॉ डिटेक्शन (यूएसएफडी) का काम यूएसएफडी मशीन की मदद से किया गया है। लॉन्ग वेल्डेड रेल (एलडब्ल्यूआर) की डी-स्ट्रेसिंग जैसी अहम ग्रीष्मकालीन एहतियाती गतिविधियां या कार्य, जिनमें बड़ी संख्या में श्रमबल की आवश्यकता पड़ती है, को सामाजिक दूरी बनाए रखने के मानदंडों का पालन करते हुए एक नई प्रक्रिया के साथ शुरू किया गया है। 2,246 किलोमीटर लंबी लॉन्ग वेल्डेड रेल की डी-स्ट्रेसिंग की जा चुकी है।
More Stories
प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री का वक्तव्य
प्रधानमंत्री ने जी-7 शिखर सम्मेलन के अवसर पर प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की
ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रधानमंत्री अपना प्रभाव-प्रताप उपयोग करें- संत सीचेवाल