
जालंधर ब्रीज: इलैक्ट्रिकल और इलैक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग विभाग और नेशनल इंस्टीचिट आफ टैक्निकल टीचर्ज ट्रेनिंग एंड रिर्सच (एनआईटीटीटिआर) चंडीगढ़ की तरफ से सांझे तौर पर उभर रही प्रौद्योगिकियों : आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (आइए), इन्टरनेट आफ थिंगज़ (आईओटी) और विज्ञान और प्रौद्यौगिकी ऐपलीकेशनों के लिए सायबर फिजिकल सिस्टमज़ (सीपीएस) विषय पर आनलाइन अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस करवाई गई।
कान्फ्रेंस का मुख्य मकसद विद्वानों, वैज्ञानियों, पेशेवरों, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, यूनिवर्सिटियों, लैबाटरियों और उद्योगों के खोजी विद्वानों को विचारों, तज़र्बों, नवीन विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच पर लाना था।
दो दिवसीय (6-7 सितम्बर, 2021) कान्फ्रेंस का उद्घाटन प्रो. राजीव आहूजा, डायरैक्टर, आईआईटी रोपड़ ने किया। उन्होंने उभर रही प्रौद्योगिकियों की राज्य में प्रयोग पर ज़ोर देते हुये कहा, “एआई, आईओटी और साईबर भौतिक प्रणालियां हमारी रोज़ाना की गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पंजाब के कृषि प्रधान राज्य होने के कारण राज्य में कृषि और कृषि आधारित उद्योग को प्रफुल्लित करने के लिए इन तकनीकों को लागू करना चाहिए।”
गेस्ट आफ आनर डा. बिपलब नेता, वाइस-डीन और एरिया डायरैक्टर (संचार और नैटवर्कज़) नेशनल यूनिवर्सिटी आफ सिंगापुर ने उद्घाटनी भाषण दिया और विभिन्न मौजूदा और संभावित ऐप्लीकेशनों में ए.आई. और मशीन लर्निंग की महत्ता पर ज़ोर दिया। उन्होंने मशीन लर्निंग प्रणालियों में सुरक्षा के बारे विशेष तौर पर विचार-चर्चा की।
डायरैक्टर एन.आई.टी.टी.आर. चंडीगढ़ प्रो. एस.एस. पटनायक ने कहा कि कान्फ्रेंस का मकसद अंतरराष्ट्रीय खोज के बारे बातचीत और सम्बन्धित क्षेत्रों में सहयोग को उत्साहित करने और बढ़ाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच मुहैया करवाना है।
कान्फ्रेंस के आयोजकों प्रो. एस.एस. गिल, प्रो. पियूश वर्मा और डा. बलविन्दर राज ने बताया कि उनको देश के अंदर और बाहर 115 रिर्सच पेपर प्राप्त हुए हैं और इनकी समीक्षा के बाद 85 पेपरों को जुबानी पेशकारी के लिए चुना गया है। उन्होंने बताया कि पेश किये गए पेपर स्कोपस इंडैक्सड कान्फ्रेंस की कार्यवाही में प्रकाशित किये जाएंगे और कुछ अच्छे पेपरों को टेलर एंड फ्रांसिस और स्कोपस इंडैक्सड जर्नलस की प्रसिद्ध बुक सीरीज में प्रकाशित करने के लिए विचार किया जायेगा।
प्रोफ़ैसर पियूश वर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नामवर संस्थाओं के पांच प्रसिद्ध वक्ता अपने कीमते विचार पेश करेंगे और हरेक सैशन में से एक सर्वोत्त्म पेपर को सम्मानित किया जायेगा।
प्रोफ़ैसर एस.एस. गिल ने ईसीयी विभाग के सामर्थ्य के बारे विस्तार से बताया और राष्ट्र निर्माण के लिए सांझे प्रोजेक्टों और सहयोगी अंतर-अनुशासनी खोजों पर ज़ोर दिया।
प्रोफ़ैसर लिनी मैथ्यू ने इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में आर एंड डी सहूलतों का ज़िक्र किया जबकि डा. बलविन्दर राज ने कान्फ्रेंस में हिस्सा लेने वालों का धन्यवाद किया।
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