June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की फ़ील्ड युनिट एवं आयुर्वेद विभाग ने बीएसएफ़ को 1,000 इम्युनिटी बूस्टर किट्स भेंट कीं

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जालंधर ब्रीज: पंजाब  में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) के जवानों की रोग-प्रतिरोधक शक्ति में बढ़ोतरी करने के प्रयासों के तौर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के जालन्धर स्थित ‘फ़ील्ड आऊटरीच ब्यूरो’ (एफ़ओबी) ने पंजाब के आयुर्वेद विभाग के द्वारा बीएसएफ़ को 1,000 आयुर्वेद इम्युनिटी बूस्टर किट्स भेंट कीं हैं।देश में कोविड-19 कारण उत्पन्न हुई वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर्स प्रदान करवाने का विचार विशेषतया एफ़ओबी का था। बीएसएफ़ के जवान क्योंकि रक्षा की प्रथम पंक्ति के तौर पर तैनात हैं तथा उन्हें 24 घण्टे पंजाब के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सख़्त सुरक्षा सतर्कता रखनी पड़ती है, ऐसी परिस्थितियों में जड़ी-बूटियों से बने ये बूस्टर उनके शरीर के भीतर प्राकृतिक रक्षा प्रणाली को और सशक्त बनाने में सहायक होंगे तथा ऐसे ये उनके स्वास्थ्य को बढ़िया स्तर पर कायम रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

पंजाब के आयुर्वेद विभाग के निदेशक डॉ. राकेश शर्मा ने कहा कि हमारी सीमा की रक्षा करने वाले बीएसएफ़ को सेवाएं मुहैया करवाना ही उनके विभाग के लिए गर्वित क्षण है, उनकी इन्हीं सेवाओं के कारण ही हम शांतिपूर्वक रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि ये इम्युनिटी बूस्टर सीमाओं पर तैनात जवानों व अन्य कर्मचारियों हेतु विशेष तौर पर तैयार किया गया है तथा यह काढ़े के रूप में है। इसे तुलसी, दालचीनी, काली-मिर्च एवं सौंठ के साथ बनाया गया है। इसे खौलते जल या चाय में डाल कर एक दिन में एक या दो बार लिया जा सकता है। उन्होंने नियमित अंतरालों पर ऐसी और भी किट्स देने का आश्वासन दिलाया।

श्री महीपाल यादव, आईपीएस, आईजी बीएसएफ़ पंजाब ने हर्बल किट्स उपलब्ध करवाने हेतु आयुर्वेद विभाग एवं फ़ील्ड आऊटरीच ब्यूरो के प्रयासों की सराहना की।

पहले भी, मंत्रालय के चण्डीगढ़ स्थित रीजनल आऊटरीच ब्यूरो ने पंजाब में पाकिस्तान के साथ लगने वाली 553 किलोमीटर लम्बी अंतर्राष्ट्रीय सीमा की रक्षा करने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवानों हेतु सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया था। एफ़ओबी एवं बीएसएफ़ द्वारा पहले सीमा पर बसे नागरिकों हेतु साझे तौर पर मैडिकल शिविर एवं जागरूकता अभियान आयोजित किए गए थे।


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