
जालंधर ब्रीज: केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), सूचना और प्रसारण मंत्रालय और जोनल भर्ती कार्यालय (जोनल आरओ), भारतीय सेना, जालंधर की ओर से बड़ी संख्या में युवाओं को अग्निपथ योजना के बारे में जागरूक करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य है सेना के तीनों अंगों में अग्निवीर योजना के साथ-साथ जूनियर कमीशंड अधिकारियों और कमीशंड अधिकारियों के रूप में शामिल होने के इच्छुक युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना।
केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से सरकारी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आई. टी. आई), पटटी में जागरूकता कार्यक्रम- कम-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर रिशीपाल सिंह मुख्य अतिथि व कर्नल जयवीर सिंह, निदेशक भर्ती जोनल आरओ. विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिला रोजगार सृजन कौशल विकास एवं प्रशिक्षण अधिकारी प्रभजोत सिंह, ज़िला करियर गाइडेंस अधिकारी भारती शर्मा, डिप्टी ज़िला शिक्षा अधिकारी गुरबचन सिंह, आई टी आई प्रिंसीपल विजय कुमार व सी-पाईट के इंचार्ज निर्वैल सिंह विशेष मेहमान रहे।

केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) जालंधर के प्रमुख फील्ड प्रचार अधिकारी राजेश बाली ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जोनल आरओ. ने पंजाब में जागरूकता अभियान के लिए सीबीसी के साथ समन्वय कायम किया है। उन्होंने बताया की इस सीमावर्ती इलाके में ये जागरुकता प्रोग्राम करवाने का मक़सद युवाओं को भारतीय फ़ौज में भर्ती के लिए सभी प्रकार की जानकारियां उपलब्ध करवाना है।
कार्यक्रम स्थल पर सरकारी आईटीआई पट्टी व अन्य विद्यार्थीयों से बातचीत करते हुए कर्नल जयवीर सिंह, निदेशक भर्ती जोन ने उन्हें अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल होने के लिए आवश्यक मानदंडों और दस्तावेजों के बारे में अवगत कराया। आवश्यक ऊंचाई मापने का एक औपचारिक प्रदर्शन भी आयोजित किया गया। उन्होंने विशेष तौर पर कहा कि भर्ती में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को रैली शुरू होने से पहले ड्रग टेस्ट पास करना होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब को भारतीय सेना की खड़ग भुजा के रूप में जाना जाता है और राज्य से बड़ी संख्या में युवा मातृभूमि की सेवा के लिए सेना में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती ज़िले तरन तारन से सैकड़ों जवान अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं को अग्निवीर सैनिक और सैन्य अधिकारी बनकर देश की सेवा करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों के लिए ऑनलाइन संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईई) की अंतिम तिथि 15 मार्च से बढ़ा कर 19 मार्च कर दी गई है।
मेजर (डॉ) डी . नरेश ने मेडिकल फिटनेस में क्लीयर होने संबंधी भरपूर जानकारी देते हुए बताया की कुछ अनुसूचित कबाइली को छोड़ कर और किसी भी नौजवान के शरीर पर टैटू बनवाने की बिल्कुल अनुमति नहीं है। उन्होंने विशेष तौर पर बताया की भर्ती प्रिक्रिया से पहले सबका नशा टेस्ट (Drug Test) भी किया जाएगा।

डिप्टी कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने केंद्रीय संचार ब्यूरो, भारतीय सेना व ज़िला प्रशासन तरन तारन द्वारा अग्निपथ योजना में भर्ती संबंधी जानकारी नौजवानों के साथ सांझा करने के इस सयुंक्त प्रयास की प्रशंसा करते हुए की सी-पाइट नौजवानों को इसके लिए ट्रेनिंग देने में एहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा की वे ज़िला शिक्षा अधिकारी के साथ विचार विमर्श करके नौजवानों के हुनर को ओर बढ़ाने के प्रयास करेंगे ताकि उन्हें और मौके मिल सकें।
डिप्टी कमिश्नर ऋषिपाल सिंह की पहल पर अग्निपथ योजना के बारे में पूरे जागरूकता कार्यक्रम का जिले के लगभग सभी आईटीआई, पॉलिटेक्निक और कॉलेजों में सीधा प्रसारण किया गया, जिसको वास्तविकता में बदलने के लिए जिला रोजगार सृजन कौशल विकास एवं प्रशिक्षण अधिकारीयों ने सक्रिय सहयोग दिया।
कॉलेज के करियर गाइडेंस एंड काउंसलिंग सेल के तहत अग्निपथ योजना जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज सभी इच्छुक कॉलेज छात्रों को मुफ्त फॉर्म भरने की सुविधा प्रदान करेगा ताकि वे इंटरनेट कैफे पर निर्भर न रहें।
इस अवसर पर अग्निपथ को दर्शाने वाली एक फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। छात्रों ने इसमें काफी रुचि दिखाई और वहां दिखाए गए चित्रों पर दिए गए बार कोड (स्कैनर) के माध्यम से वेबसाईट ज्वाइन इंडियन आर्मी डॉट एन आई सी डॉट इन (joinindianarmy.nic.in) से जुड़े। इस अवसर पर जोनल आर.ओ. कार्यालय के सूबेदार मेजर जपमणि के अलावा स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग सहित अन्य भी शामिल थे
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