
जालंधर ब्रीज: आयकर विभाग ने 24.11.2021 को दिल्ली में एक करदाता पर तलाशी कार्रवाई शुरू की। इस करदाता ने एक लाभार्थी ट्रस्ट तथा कम टैक्स के विदेशी क्षेत्राधिकार में मूलभूत कंपनी बनाई। करदाता के आवासीय तथा व्यावसायिक परिसरों में तलाशी की गई।
तलाशी के काम में पता लगा कि इन कम टैक्स वाले विदेशी क्षेत्राधिकारों में इन अघोषित कंपनियों ने अचल और चल संपत्ति के रूप में 40 करोड़ मूल्य की संपत्ति रखी हुई है। करदाता भारत में विभिन्न शाखाओं वाले विदेशी बैंक की हैन्डलिंग सेवाओं का लाभ उठा रहा था। यह विदेशी बैंक धन प्रबंधन, वित्तीय नियोजन, धन आवंटन, इक्विटी रिसर्च, निर्धारित आय, निवेश रणनीतियां और न्यासीय सेवाएं देता है।
करदाता के आवास पर की गई तलाशी के दौरान ई-मेल तथा दस्तावेज़ों के रूप में पुष्टि करने वाले साक्ष्य पाये गये हैं जो करदाता की विदेशी परिसंपत्तियों के लाभार्थी स्वामित्व को स्थापित करते हैं। तलाशी के दौरान दर्ज किये गए बयान में करदाता ने विदेशी परिसम्पत्तियों के स्वामित्व को स्वीकार किया है। व्यावसायिक परिसर में एक हार्ड-डिस्क पाया गया, जिसमें समानान्तर बही खातों के सेट पाए गए। प्राप्त साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से भारत में किए गए व्यवसाय से 30 करोड़ रूपये की घरेलू आय को छुपाने के संकेत मिलते हैं।
आगे की जांच जारी है।
आयकर विभाग ने 01.12.2021 को टीएमटी सरिया तथा संरचना निर्माण सामग्री बनाने वाले कोलकाता के प्रसिद्ध समूह पर तलाशी और जब्ती की कार्रवाई शुरू की। तलाशी का काम पश्चिम और ओडिशा में फैले 20 से अधिक परिसरों में किया गया।
इस कार्रवाई में समूह द्वारा कर चोरी करने के विभिन्न तरीकों का पता लगा है। बड़ी संख्या में दस्तावेजों तथा डिजिटल डॉटा के रूप में आपत्तिजनक साक्ष्य पाये गए हैं और उनहें जब्त किया गया है। इन साक्ष्यों में उच्च मूल्य के बिना हिसाब-किताब के नकद भुगतान, बिना हिसाब-किताब की नकद खरीद तथा बिक्री, उत्पादन को छुपाने वाले दस्तावेज आदि शामिल है। इन साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि समूह द्वारा अनेक कागजी/मुखौटा कंपनियां चलाई जा रही हैं, ताकि प्रमुख व्यवसाय में प्रविष्टियां समायोजित की जा सकें। यह पाया गया कि इन मुखौटा कंपनियों ने हिस्सा पूंजी/असुरक्षित कर्ज के रूप में बिना हिसाब-किताब वाले धन को बहीखाता में वापस डाला है। समूह के एक प्रमुख व्यक्ति द्वारा ऐसे तौर-तरीकों को स्वीकार किया गया है।
तलाशी के परिणाम स्वरूप बिना हिसाब-किताब का 75 लाख रूपये का नकदी और 2.26 करोड़ रूपये मूल्य के आभूषण जब्त किये गये, जबकि कुछ बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। अब तक की गई तलाशी में बिना हिसाब-किताब के लगभग 100 करोड़ रूपये की आय का पता लगा है।
आगे जांच जारी हैं।
More Stories
मतदाता फोटो पहचान पत्रों की डिलीवरी तेज़ी से करेगा भारतीय चुनाव आयोग
प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री का वक्तव्य
प्रधानमंत्री ने जी-7 शिखर सम्मेलन के अवसर पर प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की