June 19, 2025

Jalandhar Breeze

Hindi Newspaper

पंजाब के नौजवानों के लिए अपने कौशल में विस्तार करने का सुनहरी मौका – महात्मा गांधी नेशनल फैलोशिप के लिए आवेदनों की मांग

Share news

जालंधर ब्रीज: केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की तरफ से नौजवानों के कौशल को निखारने और विस्तार करने की पहलकदमी करते हुये देशभर से महात्मा गांधी राष्ट्रीय फैलोशिप (एम.जी.एन.एफ.) के लिए आवेदनों की माँग की गई। एम.जी.एन.एफ. का मंतव्य कौशल विकास के द्वारा सरकारी कामकाज के विकेंद्रीकरण के लिए जिला स्तरीय कौशल ईको-सिस्टम को मजबूत करना है। अपने प्रशिक्षण के दौरान फैलोज़ जिला स्तर पर कौशल प्रोग्रामों के विकास, प्रबंधन और तालमेल के लिए जिला कौशल कमेटी (डीएससी) के लिए एक मजबूत कड़ी होंगे जो रिसोर्स पर्सन के तौर पर काम करेंगे।


इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि संकल्प के तहत एम.एस.डी.ई. द्वारा महात्मा गांधी नेशनल फैलोशिप (एम.जी.एन.एफ.) के दूसरे पड़ाव की शुरूआत 9 आई.आई.ऐमज़ के साथ अकादमिक हिस्सेदारों के तौर पर की गई है जिनमें आई.आई.ऐम. बंगलोर, आई.आई.ऐम. अहमदाबाद, आई.आई.ऐम. लखनऊ, आई.आई.ऐम. कोझीकोड, आई.आई.ऐम. विशाखापटनम, आई.आई.ऐम. उदयपुर, आई.आई.ऐम. नागपुर, आई.आई.ऐम. राँची और आई.आई.ऐम. जम्मू शामिल हैं।


प्रवक्ता ने आगे बताया कि फैलोज़ का चयन आई.आई.ऐम. बंगलोर की तरफ से चल रही आम प्रवेश प्रक्रिया के द्वारा किया जायेगा। आनलाइन आवेदन प्राप्त करने की आखिरी तारीख 27 मार्च, 2021 है। एम.जी.एन.एफ. दो वर्षीय अकादमिक प्रोग्राम है जिसमें आई.आई.ऐम. में क्लासरूम सैशन के साथ जिला स्तर पर विस्तृत फील्ड सैशन शामिल हैं। फैलोज़ समूचे कौशल ईको-सिस्टम को समझने के लिए अकादमिक महारत और तकनीकी कुशलता हासिल करेंगे और जिला कौशल विकास योजनाएँ (डी.एस.डी.पीज) बनाकर जिला स्तर पर कौशल विकास योजनाओं के प्रबंधन के लिए जिला कौशल कमेटी (डी.ऐस.सीज) की सहायता करेंगे।

आवेदन देने की आखिरी तारीख 27 मार्च, 2021 है और अप्लाई करने सम्बन्धी और ज्यादा जानकारी http://www.iimb.ac.in/mgnf/  लिंक के द्वारा ली जा सकती है। 
इच्छुक उम्मीदवारों के पास एक मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम ग्रैजुएट डिग्री होनी चाहिए। वह भारत के नागरिक होने चाहिएं और उनकी उम्र 21-30 साल के बीच होनी चाहिए। इसके साथ ही उनके पास राज्य के क्षेत्रीय कामों में इस्तेमाल की जाने वाली अधिकारित भाषा में महारत होनी लाजिमी है। फैलोज़ भारत सरकार के कर्मचारी नहीं होने चाहिए। चुने गए फैलोज़ को स्टाइपंड के तौर पर उनकी फैलोशिप के पहले साल 50,000 रुपए प्रति महीना और दूसरे साल 60,000 रुपए प्रति महीना दिया जायेगा। प्रोग्राम मुकम्मल होने पर फैलोज़ को मेजबान आई.आई.ऐम. की तरफ से एक सर्टिफिकेट दिया जायेगा।


Share news