June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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लंपी स्किन बीमारी के इलाज के लिए किया जा रहा है मुफ्त टीकाकरण

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जालंधर ब्रीज: सरकार की तरफ से लंपी स्किन बीमारी से बचाव के लिए पशुओं का मुफ्त टीकाकरण करवाया जा रहा है ताकि पशुओं को इस बीमारी से निजात दिलाई जासके। इस संबंधी जानकारी देते हुए जिलाधीश संदीप हंस ने बताया कि पशु पालकों को घबराने की जरुरत नहीं है, क्योंकि पशु संस्थाओं में गोट पौक्स वैक्सीन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पशु पालक विभाग द्वारा यह वैक्सीन पशुओं को मुफ्त लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले को कुल 3932 वैक्सीन प्राप्त हुई हैं तथा विभाग द्वारा कैंप आदि लगाकर यह वैक्सीन लगानी शुरु कर दी गई है। उन्होंने पशु पालकों को अपील करते हुए कहा कि इस बीमारी से अपने पशुओं को बचाने के लिए टीकाकरण जरुर करवाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर पशुओं के अंदर बीमारी के लक्ष्ण नजऱ आते हैं तो मुफ्त इलाज के लिए नजदीकी पशु संस्था के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ संपर्क किया जा सकता है।

संदीप हंस ने कहा कि यह बीमारी पशुओं में अधिकतर गायों में त्वचा के रोग के तौर पर हो रही है, जिसका कारण कैपरी पौक्स विषाणू है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के साथ निपटने के लिए पशु पालन विभाग द्वारा जिले में 41 टीमें भी तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि यह एक त्वचा का रोग है, जिससे घबराने की जरुरत नहीं है तथा इस बीमारी के सही इलाज से दो-तीन सप्ताह दौरान ही पशु सेहतमंद हो जाता है। उन्होंने कहा कि पशु पालन विभाग द्वारा लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए अधिकारियों के नंबर भी सार्वजनिक किए गए हैं, इसलिए पशु पालक जरुरत पडऩे पर इन पर संपर्क कर सकते हैं।

डिप्टी डायरैक्टर पशु पालन विभाग डा. हरजीत सिंह ने बताया कि जिन पशुओं में लंपी स्किन बीमारी के लक्ष्ण हैं, उनका इलाज उनके गांव से संबंधित पशु संस्था में काम कर रहे अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि होशियापुर तहसील के पशु पालक जरुरत पडऩे पर  डा. गुरदीप सिंह (9464426521), गढ़शंकर के पशु पालक डा. हरजीत सिंह (9815806441), दसूहा के पशु पालक डा. जसपाल सिंह (9915428297) तथा मुकेरियां तहसील के पशु पालक डा. चरनजीत सिंह (9779066193) के साथ संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पशु में लंपी स्किल बीमारी सामने आने पर पशु पालक अपने नजदीकी पशु संस्था से जरुरत अनुसार मुफ्त दवाई (एंटीबायोटिक, एंटीप्रैटिक व एंटीअलजिक) आदि लगवा सकते हैं।


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