
जालंधर ब्रीज: फरीदाबाद 1 अगस्त कर्मचारी राज्य बीमा निगम क्षेत्रीय कार्यालय ने फरीदाबाद इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर एक मेगा सेमीनार का आयोजन किया जिसमें क्षेत्र के जान-माने उद्योगपतियों ने भाग लिया और जिसमें कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली एक ऐसी संस्था है जो पिछले 75 वर्षों से बीमाकृत श्रमिकों के बेहतर स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है। बताया गया कि ई एस आई सी द्वारा बीमाकृत व्यक्तियों और उनके आश्रितों को चिकित्सा हितलाभ के अंतर्गत औषधालय तथा अस्पतालों के माध्यम से प्राथमिक, द्वितीय तथा सुपर स्पेशिलिटी स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता हैं, जिसमें 94 औषधालयों, 6 अस्पतालों, 1 चिकित्सा महाविद्यालय और 64 पेनल अस्पतालों के माध्यम से बीमाकृत व्यक्तियों एवं उनके आश्रितों को पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। चिकित्सा हितलाभ न केवल बीमाकृत व्यक्ति बल्कि बीमाकृत श्रमिकों के आश्रितों जैसे पति अथवा पत्नी, बच्चों तथा आश्रित माता-पिता को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है जो कि पूर्णतः निशुल्क है। इसके अतिरिक्त विविध नकद हितलाभ हैं जिसमें बीमाकृत व्यक्ति को उनकी बीमारी के दौरान मज़दूरी की हुई हानि की प्रतिपूर्ति बीमारी हितलाभ के अंतर्गत की जाती है जिसमें उनकी औसत मज़दूरी का 70% भुगतान किया जाता है। बीमाकृत व्यक्ति को रोजगार जनित चोट के कारण हुई अपंगता से आय अर्जन क्षमता में आई कमी के बदले स्थायी अपंगता हितलाभ (पेंशन) का प्रावधान है। काम के दौरान बीमाकृत व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर उनके आश्रितों के लिए भी कर्मचारी राज्य बीमा निगम आश्रित जन हितलाभ (पेंशन) देता है। बीमाकृत व्यक्ति की मृत्यु होने पर अन्त्येष्टि हितलाभ के अंतर्गत 15,000 रुपए का भुगतान किया जाता है। बीमाकृत महिला को माता बनने पर जब शिशु रूपी उपहार प्राप्त होता है तो छह माह का वेतन कर्मचारी राज्य बीमा निगम भुगतान करता है। इसी प्रकार के कई अन्य नकद हितलाभ जैसे बेरोजगारी भत्ता, अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना, प्रसूति व्यय, व्यावसायिक प्रशिक्षण, शारीरिक पुनर्वास, व्यावसायिक पुनर्वास कौशल विकास योजना आदि का हितलाभ बीमाकृत व्यक्तियों को दिया जाता है । यह भी बताया कि न केवल स्वास्थ्य बल्कि बीमाकृत व्यक्ति के बच्चों की शिक्षा का भी ई एस आई सी ध्यान रखता है। आगे बताया कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम के 11 चिकित्सा महाविद्यालय वर्तमान में चिकित्सा शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जिनमें बीमाकृत व्यक्तियों के बच्चों के लिए 466 एम बी बी एस, 28 बी डी एस, 60 बी एस सी (नर्सिंग) तथा 104 पैरामेडिकल की सीटें आरक्षित हैं। वर्तमान में 10 और नए चिकित्सा महाविद्यालय खोले जा रहे हैं जिससे कुल 21 चिकित्सा महाविद्यालय हो जाएंगे और जल्द ही इन आरक्षित सीटों में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाएगी।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम के क्षेत्रीय निदेशक श्री सुगन लाल मीना ने स्प्री 2025 (स्कीम टू प्रमोट रजिस्ट्रेशन ऑफ एंप्लॉयर्स एंड एम्पलॉइज) नाम से योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम 1948 हर उस फैक्टरी/ संस्थान / दुकान / क्लिनिक/ प्रतिष्ठान पर लागू है जहां 10 या उससे अधिक कार्मिक कार्यरत हैं। इन प्रतिष्ठानों के लिए अनिवार्य है कि वे ई एस आई सी में पंजीकरण करवाएं। ऐसा न करने पर दंड का प्रावधान है।
यह देखा गया है कि कईं प्रतिष्ठान मालिक ई एस आई सी में पंजीकरण कराने के लिए वर्षों से पात्र व बाध्य हैं, लेकिन फिर भी पंजीकरण नहीं कराऐ हैं और जिससे उनके कार्मिक ई एस आई सी द्वारा प्रदान किये जा रहे विविध सामाजिक सुरक्षा हितलाभ से वंचित हैं। पकड़े जाने पर ऐसे संस्थानों को वर्षों के अंशदान, ब्याज़ और हर्जाने का भुगतान करना पड़ता है। इसी भय से कईं प्रतिष्ठान मालिक पंजीकरण से भी बचते हैं कि कहीं उनके पुराने रिकॉर्ड की जांच न हो जाए और बड़ा जुर्माना न भरना पड़ जाए।
इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने से प्रतिष्ठानों के पिछले रिकॉर्ड की जांच और निरीक्षण नहीं कराए जाएंगे । न ही पिछली किसी देनदारी की मांग की जाएगी। प्रतिष्ठान मालिक द्वारा पंजीकरण करने की तिथि से ही उनका पंजीकरण मान लिया जाएगा। यह योजना 31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगी।
कार्यक्रम में दिनांक 1 अगस्त 25 से शुरु हो रही भारत सरकार प्रधान मंत्री विकसित भारत योजना के जानकारी भी नियोजकों को दी गई। श्री प्रतीक गर्ग, उप-निदेशक द्वारा क. रा. बी. निगम द्वारा प्रदान किए जा रहे विभिन्न हितलाभों की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में फरीदाबाद इंडस्ट्रीज असोसिएशन का प्रतिनिधित्व कर रहे एफ आई ए अध्यक्ष श्री राज भाटिया ने कहा कि स्प्री योजना से छोटे और मझौले उद्योगों को बहुत लाभ मिलेगा, सरकार को ऐसी ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नस की स्कीम लाती रहेगी तो अवश्य ही हम एक विकसित राष्ट्र होने का 2047 का संकल्प प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना का लाभ अधिक-से-अधिक संस्थानों को मिले इस उद्देश्य से ई एस आई सी को कोई हेल्पलाइन नंबर जारी करना चाहिए जिसपर क्षेत्रीय निदेशक श्री सुगन लाल मीना ने कहा कि यह सुविधा भी शुरू कर दी गई है और सभी संस्थान मालिक अपनी समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर 0129-2222980/981 पर संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्याओं को तत्काल अथवा शीघ्र समाधान किया जाएगा।
इस अवसर पर ई एस आई सी क्षेत्रीय कार्यालय से सहायक निदेशक श्री बृजेश मिश्रा तथा श्री रविंद्र कुमार तथा फरीदाबाद इंडस्ट्रीज़ असोसिएशन के श्री एच एल भुटानी, श्री राम अवतार अग्रवाल तथा कर्नल (सेवानिवृत्त) पी के शर्मा और ई एम टी फरीदाबाद असोसिएशन के अध्यक्ष श्री वीर भान शर्मा भी उपस्थित थे।
More Stories
रणजीत गिल के भाजपा में शामिल होते ही उनके आवास पर विजिलेंस की रेड, लीगल सेल संयोजक एन के वर्मा ने बताया आप की बदले की कार्रवाई
पंजाब सरकार द्वारा सामान्य तबादलों/तैनाती की तय समय-सीमा में बढ़ोतरी
सरहद पार से हथियारों की तस्करी के नैटवर्क का पर्दाफाश; अमृतसर से 7 पिस्तौलों समेत तीन व्यक्ति और एक नाबालिग गिरफ़्तार