June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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ऐजूकेयर ऐप – कठिन समय में समस्त भारत के विद्यार्थियों के लिए एक वरदान

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जालंधर ब्रीज:

कोविड-19 महामारी ने चाहे समस्त समाज को प्रभावित किया है परन्तु यह पंजाब के अध्यापकों की भावनाओं को निरुत्साहित नहीं कर पाई।वर्तमान स्थिति में विद्यार्थियों को पढ़ाने की चुनौती का सामना करने के लिए जालंधर स्थित राजकीय विद्यालय के अध्यापकों ने एक मोबाईल ऐप्लीकेशन ‘ऐजूकेयर ऐप’ विकसित की है, जिसे पंजाब सरकार ने हाल ही में लांच किया है। यह ऐप न केवल पंजाब बलकि अन्य राज्यों के विद्यार्थियों के लिए एक वरदान सिद्ध हुई है, क्योंकि इस तक पहुंच व इसे चलाना आसान है। यह ऐप प्री-प्राईमरी से लेकर 12वीं कक्षा तक की आर्टस, साइंस व कॉमर्स स्ट्रीम्स की अध्ययन सामग्री प्रदान करवा रही है। यह इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि इसे अब तक 3 करोड़ व्यक्ति देख चुके हैं। जालंधर के राजकीय मॉडल सह-शिक्षा उच्च माध्यमिक विद्यालय की 10वीं कक्षा की छात्रा रिया इस ऐप्लीकेशन का प्रयोग करके प्रसन्न है। वह बताती है कि वह एवं उसका छोटा भाई घर में अन्य गतिविधियों का आनन्द उठाते हुए ऐजूकेयर की सहायता से पढ़ाई कर रहे हैं। वह बताती है,‘इस ऐप की श्रेष्ठ बात यह है कि इस समय अपलोड किए विषयों के लैक्चर व विडियोज़ हर समय इस पर उपलब्ध हैं। अतः यदि कोई प्रतिदिन की असाईनमैंट्स से चूक भी जाता है, तब वह किसी भी समय पढ़ाई कर सकता है।’ सीमावर्ती नगर अमृतसर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, छेहरटा की 10+2 की छात्राओं पलकदीप कौर व सुखमिन्दर कौर ने भी कहा कि अब जब यह स्पष्ट नहीं है कि विद्यालय कब खुलेंगे, ऐसे में इस ऐप से पढ़ाना आसान हो गया है।

राजकीय मिडल स्कूल, गांव कंगनीवाल, जालंधर की साइंस अध्यापिका कंचन शर्मा ने कहा कि यह ऐप स्कूल का एक बस्ता खोलने की भांति है। संपूर्ण सामग्री ई-पुस्तकों व विडियोज़ के रूप में उपलब्ध है। बारहवी। कक्षा तक का/की कोई भी छात्र/छात्रा सभी कक्षाओं के सभी विषयों को खोले बिना अपनी कक्षा की अकादमिक सामग्री तक सीधे पहुंच कायम कर सकता है। उन्होंने बताया कि दूरदर्शन पर प्रसारित हुए लैक्चर भी उन विद्यार्थियों हेतु इस ऐप पर अपलोड किए जा चुके हैं, जिन्होंने टैलीविज़न पर क्लासें नहीं लगाईं थीं। उन्होंने बताया कि अब तक सुविधाओं से अनिभज्ञ रहे विद्यार्थी इस नवीन साफ़्टवेयर से अत्यधिक प्रसन्न हैं।

पंजाब के शिक्षा सचिव, श्री कृष्ण कुमार ने बताया कि इस ऐप को गूगल-ऐप स्टोर से पहले ही ‘केवल पंजाब के ही नहीं, अपितु उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखण्ड व केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू व काश्मीर के लगभग 3,00,000 विद्यार्थी डाऊनलोड कर चुके हैं।’ उन्होंने बताया कि एनसीईआरटी (NCERT) एवं पंजाब के कुछ अन्य राज्यों का पाठ्यक्रम क्योंकि साझा है, अतः वे भी इसका लाभ ले रहे हैं। श्री कुमार ने बताया कि बिहार के जो भी विद्यार्थी लॉकडाऊन के कारण अपने-अपने पैतृक स्थानों को लौट गए हैं, वे भी अपनी पढ़ाई जारी रखने हेतु इसी सहायता ले रहे हैं, ताकि वे पंजाब में हो रही पढ़ाई में कहीं पछड़ न जाएं।

जालंधर स्थित राजकीय स्कूल अध्यापकों चन्द्र शेखर, जसविन्द्र सिंह, दीपक कुमार व हरजीत बाजवा द्वारा ‘पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब’ ऐप के तौर पर विकसित इस ऐप ने पंजाब के शिक्षा सचिव का ध्यान आकषित किया था तथा उन्होंने ही इन अध्यापकों को यह ऐप राज्य-स्तरीय बनाने के लिए कहा था। दीपक कुमार ने बताया कि जो भी लिखित सामग्री एवं विडियोज़ इस ऐप पर अपलोड की गईं हैं, वे सब एनसीईआरटी से मान्यता-प्राप्त हैं। उन्होंने बताया,‘इस टीम का मुख्य आदर्श-वाक्य महामारी के वर्तमान समय में बेहतर शिक्षा हेतु परस्पर समझ उत्पन्न करने के लिए अध्यापकों व विद्यार्थियों को एक मंच पर लेकर आना है।


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