June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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डीजीपी पंजाब ने खन्ना के “सुपर कॉप“ को किया सम्मानित, इंस्पेक्टर रैंक पर किया पदोन्नत

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जालंधर ब्रीज: खन्ना पुलिस के एंटी नारकोटिक सेल के इंचार्ज जगजीवन राम ने सिर्फ़ एक साल में 145 एफ. आई. आरज़, जिनमें ज़्यादातर हथियार एक्ट और एन. डी. पी. एस. एक्ट के अंतर्गत मामले शामिल हैं, दर्ज की हैं। जगजीवन राम की महारत, तजुर्बे और चौकसी स्वरूप उनके नेतृत्व अधीन लगाए गए नाकों से नशा तस्करों सहित कोई भी समाज विरोधी तत्व भाग नहीं सका।

इन एफ. आई. आरज़. से 6.8 किलोग्राम हेरोइन, 77.5 किलो अफ़ीम, 8 क्विंटल भुक्की, 1.8 किलो आई. सी. ई., 5.8 किलो चरस, 79 किलो गाँजा, 2.39 लाख नशीली गोलियाँ, 50 पिस्तौल, 1 राइफल, 4 करोड़ 74 लाख रुपए की भारतीय करैंसी, 1.39 लाख रुपए की जाली भारतीय करैंसी, 4 किलो सोना और 213 किलो चाँदी की बरामदगी हुई। इसके साथ ही खन्ना के गाँव बाहो माजरा में राइस शैलर की इमारत में चल रही नाजायज शराब की भट्टी का पर्दाफाश इंस्पेक्टर जगजीवन द्वारा किया गया था।

जगजीवन की अपनी ड्यूटी के प्रति असाधारण समर्पण भावना को मान्यता देते हुये डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज सब-इंस्पेक्टर जगजीवन राम को इंस्पेक्टर के स्थानीय रैंक पर पदोन्नत किया। डीजीपी के साथ विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला और सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) खन्ना अमनीत कोंडल भी मौजूद थे।

डीजीपी गौरव यादव ने जगजीवन राम के कंधों पर स्टार लगा कर उनको शुभकामनाएं दीं। उन्होंने नये तरक्की प्राप्त इंस्पेक्टर को और सख़्त मेहनत करने और समर्पण, ईमानदारी और तनदेही के साथ काम करने के लिए उत्साहित करते हुये कहा कि आपके कंधों पर लगाया यह स्टार और बड़ी ज़िम्मेदारी दर्शाता है।

विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने इंस्पेक्टर जगजीवन राम को 80000 वाले मज़बूत पुलिस बल का रोल मॉडल बताते हुये बाकी सभी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को भी अपनी ड्यूटी पूरी तनदेही और समर्पण भावना के साथ करने के लिए उत्साहित किया जिससे पंजाब को नशा मुक्त और अपराध मुक्त राज्य बनाया जा सके।

एसएसपी खन्ना अमनीत कौंडल ने बताया कि जगजीवन राम की ख़ूबी है यह कि वह ड्यूटी के लिए हमेशा उपस्थित और मुस्तैद रहते हैं और उनको विशेष नाके लगाने के लिए किसी निश्चित समय की ज़रूरत नहीं होती। उन्होंने कहा कि जगजीवन रात-दिन की परवाह किये बिना नाके लगाते हैं और वह समाज विरोधी तत्वों को उनकी हरकतों, चेहरे के हाव-भाव और शारीरिक गतिविधियों से भाँप लेते हैं।

इंस्पेक्टर जगजीवन राम ने उनकी सेवाओं को मान्यता देने के लिए डीजीपी पंजाब और विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था का धन्यवाद करते हुये कहा कि उन्होंने देश की सेवा के लिए ख़ुद को पूरी तरह समर्पित किया हुआ है। ज़िक्रयोग्य है कि जगजीवन 1991 में पुलिस बल में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे और 2013 में ए. एस. आई. के तौर पर तरक्की प्राप्त की और 2021 में एस. आई. के तौर पर पदोन्नत हुए।


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