
जालंधर ब्रीज: डिप्टी पुलिस कमिश्नर गुरमीत सिंह पंजाब पुलिस के 15 उन आधिकारियों में शामिल है, जिनका चयन चीफ़ मनिस्टर मैडल फार आऊटस्टैंडिंग डिवोशन -टू -डियूटी (समर्पण भावना के साथ बढिया डियूटी निभाने के लिए मुख्यमंत्री मैडल) के लिए किया गया है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से अमृतसर में आज़ादी दिवस समागम दौरान डिप्टी पुलिस कमिश्नर गुरमीत सिंह को मैडल के साथ सम्मानित किया जाएगा। गुरमीत सिंह को डी.सी.पी., जालंधर के तौर पर बढिया काम करने के लिए मैडल के लिए चुना गया है। वह पिछले कुछ सालों से अलग -अलग गिरोह पर नकेल कसने में अहम भूमिका निभाते रहे है। उन्होनें पंजाब सरकार की तरफ से नशे ख़िलाफ़ शुरू किए अभियान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गुरमीत सिंह 1993 में ज़िला फ़िरोज़पुर में इंस्पेक्टर के तौर पर पंजाब पुलिस में भर्ती हुए और 2015 में एस.एस.पी. के तौर पर तरक्की मिलने से पहले राज्य के अलग -अलग जिलों में इंस्पैक्टर, डी.एस.पी. और एस.पी. के तौर पर सेवाएं निभाई।
गुरमीत सिंह ने पुलिस विभाग में अपनी 27 साल और 08 महीने से ज़्यादा की सेवा दौरान फील्ड में सफलतापूर्वक अलग -अलग डियूटियां निभाई। उन्होंने कत्ल, लूट के कई मामलों को ट्रेस करने और ऐसे अपराधों के लिए ज़िम्मेदार गिरोह का पर्दाफाश करने में शानदार भूमिका निभाई। मौजूदा समय वह जालंधर में पुलिस कमिश्नरेट में डिप्टी पुलिस कमिश्नर (इन्वेस्टिगेशन) के तौर पर तैनात है।
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