June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुलाकात

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जालंधर ब्रीज: पंजाब के सरहदी क्षेत्र में सड़कों के बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर पंजाब के ग्रामीण विकास, प्रवासी मामलों और कृषि और किसान कल्याण मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल की तरफ से आज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ स्थानीय ट्रांसपोर्ट भवन में अहम मीटिंग की गई।

मीटिंग के उपरांत पंजाब के कैबिनेट मंत्री धालीवाल की तरफ से मीडिया के साथ बातचीत करते हुये जानकारी दी गई कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की तरफ से अमृतसर जिले के सरहदी क्षेत्र की दो अहम सड़कों के निर्माण और अपग्रेडेशन के लिए मंज़ूरी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि रावी दरिया के साथ धुस्सी बांध के नज़दीक से घोनेवाला रामदास रोड से गुलगड़ सड़क के निर्माण और सरहदी ब्लाक अजनाला में अजनाला-फतेहगढ़ चूड़ियाँ- रामदास सड़क को विकसित करने के प्रोजेक्टों को केंद्रीय रोड फंड ( सी. आर. एफ) के अंतर्गत मंज़ूरी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि इन दोनों सड़कों के विकसित न होने के कारण इस इलाके के करीब 100 गाँवों का विकास रुका हुआ था। उन्होने कहा कि इस प्रोजैक्ट के पूरा होने से इस इलाके के विकास को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि रचनात्मक माहौल में हुई इस मीटिंग में गडकरी की तरफ से अजनाला शहर और तीन गाँवों आवान, गग्गोवाल और थोबा की सड़कों को भी रीहैबलीटेशन के अंतर्गत विकसित करने के लिए मंज़ूरी दे दी गई है जिसके फंड हफ्ते के अंदर-अंदर जारी करने सम्बन्धी गडकरी की तरफ से भरोसा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि गडकरी की तरफ से भरोसा दिया गया कि राज्य की अन्य सड़कों को विकसित करने के प्रोजेक्टों को भी पहल के आधार पर विचारा जायेगा। पंजाब सरकार की तरफ से पंचायती ज़मीनों पर कब्ज़े छुड़ाने के लिए चलाई जा रही मुहिम संबंधी पूछे एक सवाल के जवाब में धालीवाल ने कहा कि पिछले पाँच महीनों के दौरान 9 हज़ार 53 एकड़ ज़मीनों से कब्ज़े छुड़वाए जा चुके हैं और आगामी समय में भी यह मुहिम इसी तरह जारी रहेगी। विरोधी पक्ष की तरफ से इस मुहिम सम्बन्धी की जा रही आलोचना के बारे धालीवाल ने कहा कि कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल की सरकारों के समय ही यह कब्ज़े हुए हैं और इन पार्टियों ने अपनी सरकारों के समय इस क्षेत्र में कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह पार्टियाँ अपनी असफलता पर पर्दा डालने के लिए ही बेबुनियाद आलोचना कर रही हैं।


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