
जालंधर ब्रीज: केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल के साथ बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान ‘यास’ से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्यों, केन्द्रीय मंत्रालयों और एजेंसियां की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक का आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कल की गई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद किया गया है।
अमित शाह ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों से सभी कोविड-19 अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, वैक्सीन कोल्ड चेन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं में पर्याप्त बिजली बैकअप व्यवस्था की समीक्षा करते हुए इन्हें बनाए रखने पर विशेष रूप से बल दिया। इसके अलावा, वाहनों की आवाजाही में संभावित व्यवधान को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं और उनकी आपूर्ति का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने की सलाह दी। चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने की संभावना वाले अस्थायी अस्पतालों सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए, केंद्रीय गृह मंत्री ने उन्हें नुकसान से बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने और यदि आवश्यक हो तो रोगियों को अग्रिम रूप से वहाँ से निकालने की सलाह दी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस संबंध में पश्चिमी तट पर की गई अग्रिम कार्रवाई में यह सुनिश्चित किए जाने से किसी भी चिकित्सा सुविधा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों में स्थित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों पर चक्रवात के प्रभाव की भी समीक्षा की। गृह मंत्री ने उन्हें दो दिनों के लिए ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखने और आवंटित राज्यों को ऑक्सीजन टैंकरों की आवाजाही के लिए अग्रिम योजना बनाने की सलाह दी, ताकि किसी भी व्यवधान की स्थिति में, आवंटित राज्यों की आपूर्ति प्रभावित न हो सके। अमित शाह ने राज्य सरकारों से ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिजली संयंत्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
बैठक के दौरान सभी नौवहन और मछली पकड़ने वाले जहाजों और क्षेत्र के सभी बंदरगाहों एवं तेल प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की भी समीक्षा की गई। इस संबंध में, केंद्रीय गृह मंत्री ने संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों की भी समीक्षा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मछुआरों को वापस किनारे पर लाया जा सके और निचले व तूफान से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से लोगों को समय से सुरक्षित निकाला जा सके। उन्होंने लोगों को शिक्षित और प्रेरित करने की दृष्टि से मोबाइल फोन, टेलीविजन, सोशल मीडिया और ग्राम पंचायतों के माध्यम से स्थानीय भाषाओं में संदेश प्रसारित करने की सलाह दी। अमित शाह ने कहा कि ओडिशा द्वारा अपनाई गई व्यवस्था के अनुसार, होमगार्ड, एनसीसी और नागरिक सुरक्षा जैसे स्वयंसेवकों को भी लोगों को निकालने में मदद करने के लिए जुटाया जा सकता है।

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