
जालंधर ब्रीज: पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज और जालंधर सैशन डिविज़न के प्रशासनिक जज जस्टिस दया चौधरी ने शनिवार को यूनिक होम में बेटियों की लोहड़ी मनाई।
इस अवसर पर जस्टिस दया चौधरी ने कहा कि ऐसे समारोह कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराईयों को ख़त्म करने और लिंग अनुपात में सुधार लाने में सहायक हैं।
उन्होंने कहा कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जाना चाहिए जिससे कुदरत और समाज में संतुलन बना रहे।
उन्होंने कहा कि बेटियों की लोहड़ी समय की ज़रूरत है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि लड़कियां अपनी ज़िंदगी स्वाभिमान के साथ व्यतीत करें ताकि वे ज़िले और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में बड़ा योगदान डाल सकेंगी।
उन्होंने समूह लोगों को लड़कियों की भलाई को यकीनी बनाने के लिए ऐसे समारोहों में उत्साह के साथ भाग लेने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि हमारे परंपरागत और सामाजिक समारोहों को ऐसे ढंग से मनाया जाना चाहिए, जिस से लोगों तक इनमें छिपे महान संदेश का प्रसार हो।
जस्टिस दया चौधरी ने उम्मीद ज़ाहिर की कि लोग लड़कियों की भलाई को यकीनी बनाने के लिए ऐसीं पहलकदमी को अपने घरों में दोहराएंगे।
उन्होंने समाज सेवा में यूनिक होम की तरफ से दिए जा रहे योगदान की प्रशंसा की और यहाँ रहने वाली लड़कियाँ को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर सीजेएम -कम -सचिव ज़िला कानूनी सेवाएं अथारटी जापिन्दर सिंह, लीगल प्रोबेशन अफ़सर सन्दीप कुमार, यूनिक होम की प्रमुख बीबी प्रकाश कौर और अन्य मौजूद थे।
इस दौरान उन्होंने जुडीशियल कंपलैक्स में लगाए गए खूनदान कैंप और कोविड टेस्टिंग कैंप का उद्घाटन भी किया।
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