June 16, 2025

Jalandhar Breeze

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छुट्टियों में बदलाव की पाठशाला: डीसी आशिका जैन की पहल से बच्चे बनेंगे चेंजमेकर

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जालंधर ब्रीज: गर्मियों की छुट्टियों को केवल आराम और मौज-मस्ती तक सीमित न रखते हुए, होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने एक प्रेरणादायक और समाजहितकारी पहल की शुरुआत की है। उन्होंने जिले के सभी सरकारी, निजी और एडिड स्कूलों के विद्यार्थियों को ‘चेंजमेकर’ बनने का आह्वान किया है। इस अभियान के तहत छात्र-छात्राओं को पारंपरिक हॉलिडे होमवर्क के साथ-साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला एक विशेष टास्क भी सौंपा गया है।

डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने बच्चों को गर्मियों की छुट्टियों की बधाई देते हुए कहा कि छुट्टियों का इंतजार हर बच्चा बेसब्री से करता है, लेकिन इन छुट्टियों में यदि हम खुद में और अपने समाज में कोई अच्छा बदलाव ला सकें, तो उसका प्रभाव जीवनभर रहता है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक बनना भी है।

इस अनोखे हॉलिडे टास्क के तहत, बच्चों को अपने आस-पास के क्षेत्र,मोहल्ला, गली या गांव में छोटी-छोटी सामाजिक जिम्मेदारियां निभाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इनमें स्वच्छता अभियान चलाना, दिव्यांगजनों की मदद करना, पानी और बिजली की बचत करना, पौधरोपण कर उसकी देखरेख या अन्य लोकहित कार्य शामिल हैं।

डिप्टी कमिश्नर ने छात्रों से आग्रह किया कि वे इन कार्यों को करते हुए एक छोटा वीडियो बनाएं और उसे जिला प्रशासन के व्हाट्सएप नंबर 7380090643 या फेसबुक पेज “चढ़दा सूरज” पर 30 जून तक भेजें। ये वीडियो न केवल उनकी मेहनत को दर्शाएंगे, बल्कि अन्य बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनेंगे।

इस अभिनव पहल को और अधिक प्रभावशाली बनाते हुए डिप्टी कमिश्नर ने यह भी घोषणा की है कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यार्थियों को उनके अध्यापक और अभिभावक के साथ जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान न केवल बच्चों की मेहनत की सराहना करेगा, बल्कि उन्हें भविष्य में भी सामाजिक रूप से सक्रिय रहने की प्रेरणा देगा।

आशिका जैन ने कहा कि यह अभिनव पहल विद्यार्थियों को केवल शिक्षा तक सीमित न रखकर उन्हें समाज सेवा की ओर अग्रसर करने का प्रयास है। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के व्यक्तित्व को निखारेगा बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास भी कराएगा। इस प्रकार, यह पहल छुट्टियों को सार्थक बनाने और बच्चों में बदलाव की भावना विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।


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