June 17, 2025

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ऑपरेशन सील-13: नशा तस्करों और शराब की तस्करी करने वालों पर कड़ी नजर रखने के लिए 92 एंट्री/एग्जिट पॉइंट्स किये सील

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जालंधर ब्रीज: पंजाब पुलिस ने नशे के पूरी तरह खत्म करने के मिशन ”युद्ध नशों विरूद्ध” के 78वें दिन, रविवार को एक विशेष ऑपरेशन ‘ऑपरेशन सील-13’ चलाया, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती राज्य पंजाब में प्रवेश करने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की बारीकी से जांच करना था ताकि नशीले पदार्थों और शराब की तस्करी पर कड़ी नजर रखी जा सके।

डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशानुसार, सभी जिलों में चलाए गए इस ऑपरेशन के दौरान, सीमावर्ती जिलों के सभी एसएसपी को अपने-अपने जिलों के संवेदनशील और संदिग्ध स्थानों पर संयुक्त नाके लगाने और गजटेड अधिकारियों/एसएचओज़ की निगरानी में सीलिंग पॉइंट्स पर मजबूत नाके स्थापित करने के लिए अधिकतम पुलिस कर्मी तैनात करने के निर्देश दिए गए थे।

अधिक जानकारी साझा करते हुए, विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि 10 जिलों, जिनकी सीमाएं यूटी चंडीगढ़ समेत 4 राज्यों के साथ साझा हैं, के लगभग 92 प्रवेश/निकासी पॉइंट्स पर इंस्पेक्टरों/डीएसपीज़ की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की तैनाती और समन्वित मजबूत नाकेबंदी की गई थी। इन जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रूपनगर, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवेश करने/बाहर जाने वाले 4244 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 511 के चालान किए गए और 39 को कार्रवाई के दौरान जब्त किया गया।

इसके अतिरिक्त, पुलिस टीमों द्वारा नशीले पदार्थों के खिलाफ अपनी घेरेबंदी और तलाशी अभियान (कासो) जारी है, जिसके तहत रविवार को 490 स्थानों पर छापेमारी की गई और राज्य भर में 109 एफ.आई.आर. दर्ज करने के बाद 136 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके अभियान के 78 दिनों में कुल गिरफ्तार नशा तस्करों की संख्या अब 11,860 हो गई है।

स्पेशल डीजीपी ने कहा कि छापेमारी के परिणामस्वरूप गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे में से 11.3 किलोग्राम हेरोइन और 3.48 लाख रुपये का ड्रग मनी बरामद की गयी है।

उन्होंने बताया कि 95 गजटिड अधिकारियों की निगरानी में 1400 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की तैनाती और 200 से अधिक पुलिस टीमों की भागीदारी में राज्य भर में छापेमारी की गई, और दिन भर इस अभियान के दौरान 532 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और ऐसे ऑपरेशन पूरे राज्य से नशे के पूर्ण उन्मूलन तक जारी रहेंगे।

स्पेशल डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नशा मुक्ति के लिए तीन-आयामी रणनीति लागू की गई है – प्रवर्तन, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी), जिसके तहत पंजाब पुलिस ने ‘नशा मुक्ति’ अभियान के हिस्से के रूप में आज 103 व्यक्तियों को नशा मुक्ति और पुनर्वास के लिए इलाज करवाने हेतु राजी किया गया है।


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