
जालंधर ब्रीज: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बलबीर सिंह सिद्धू ने अमृतसर के मजीठा में जहरीली शराब से 15 लोगों की मौत पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि यह स्पष्ट रूप से आम आदमी पार्टी की लापरवाही, अक्षमता और अवैध शराब माफिया के साथ मिली-भगत का परिणाम है।
सिद्धू ने मान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में यह तीसरी बार है जब जहरीली शराब ने निर्दोष लोगों की जान ली है। यह महज संयोग नहीं है, यह राज्य के प्रति सरकार की लापरवाही का नतीजा है। मान सरकार ने शराब माफिया को खुली छूट दे रखी है।
उन्होंने आगे कहा, “जिस तरह से जहरीली शराब खुलेआम बिक रही है, उससे एक ही बात की ओर इशारा होता है – सरकार या तो माफिया गिरोह से मिली हुई है या फिर अपने काम में पूरी तरह विफल रही है। पहले संगरूर, फिर सुनाम और अब मजीठा, जहरीली शराब से जुड़ी ये सारी घटनाएं आम आदमी पार्टी की अक्षमता को साफ तौर पर दर्शा रही हैं।”
सिद्धू ने आम आदमी पार्टी के नेताओं की कारगुजारियों पर भी उंगली उठाते हुए कहा, “आप सरकार की नींव शराब घोटालों से जुड़ी हुई है, चाहे वह अरविंद केजरीवाल हो या मनीष सिसोदिया। भगवंत मान इन दोनों की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं और इन पूर्व मंत्रियों का दिल्ली से पंजाब आना-जाना ऐसे माफिया को बढ़ावा दे रहा है। आप सरकार शुरू से ही माफिया को बढ़ावा देती रही है। नशे के खिलाफ लड़ने की बजाय यह सरकार नशे में भागीदार बन गई है।”
सिद्धू ने यह भी कहा कि भगवंत मान के फर्जी विज्ञापन जमीनी हकीकत को नहीं बदल सकते। उन्होंने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मांग की, “पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए, इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो यह साबित हो जाएगा कि इसमें न केवल शराब माफिया का हाथ है, बल्कि सरकार का भी हाथ है।”
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