June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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मुख्यमंत्री भगवंत मान कानून-व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर,एनसीआरबी का डेटा भी कहता है कि पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पंजाब की कानून व्यवस्था काफी बेहतर – नील गर्ग

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जालंधर ब्रीज: पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि वह कानून-व्यवस्था के मसले पर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। असल में नशा, गैंगस्टर और माफिया का पंजाब में बोलबाला 2007 से 2017 तक अकाली-भाजपा सरकार के दौरान हुआ। वही लोग आज भी इस नेक्सस के हिस्सा हैं।

नील गर्ग ने कहा कि सुनील जाखड़ पंजाब से जुड़े हर मसले पर सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाते हैं। 2017 विधानसभा चुनाव के समय कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस नेताओं के साथ गुटका साहिब की शपथ ली थी कि हम पंजाब से चार सप्ताह में नशा खत्म कर देंगे और कैप्टन सरकार के दौरान जाखड़ पार्टी के प्रधान थे, लेकिन नशा के खिलाफ एक बार भी नहीं बोलें।

उन्होंने कहा कि अकाली भाजपा और कांग्रेस सरकार के विपरीत मान सरकार पंजाब से नशा गैंगस्टर और माफिया खत्म करने के लिए गंभीरता पूर्वक काम कर रही है। अभी तक सरकार ने करीब 32 हजार से ज्यादा नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और 25 हजार मुकदमे दर्ज किए है। एनसीआरबी का डेटा भी कहता है कि पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पंजाब की कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मुख्यमंत्री भगवंत मान कानून व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर हैं।

नील गर्ग ने कहा कि जाखड़ किसानों की बात करते हैं, लेकिन किसानों के लिए केंद्र सरकार के समक्ष आवाज नहीं उठाते। उन्होंने कहा कि खुद को किसान हितैषी बोलने से कोई हितैषी नहीं होता, उसके लिए काम करना पड़ता है। अगर सुनील जाखड़ सच में किसान हितैषी हैं तो वह पंजाब की कृषि और किसानों के मुद्दों को प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाएं और किसानों की समस्याओं का समाधान करने की अपील करें।

उन्होंने कहा कि 2013 में प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने खुद कहा था कि हम किसानों का पूरा कर्ज माफ करेंगे और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार एमएसपी पर कानून बनाएंगे, लेकिन बाद में मोदी अपने वादे से पलट गए और देश के किसानों के साथ धोखा किया। उन्होंने किसानों से संबंधित अपने एक भी वादे पूरे नहीं किए, उल्टे किसानों जमीन और फसल अपने कॉर्पोरेट दोस्तों को सौंपने के लिए काले कृषि कानून उनपर थोपने की कोशिश की, जिसके कारण 750 से ज्यादा किसानों की मृत्यु हो गई। इन मौतों पर आज तक पीएम मोदी ने दुख भी प्रकट नहीं किया है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ भी कर ले लेकिन पंजाब में उसका कुछ बनने वाला नहीं है। यहां के लोग भाजपा की फितरत से अच्छी तरह वाकिफ हैं। लोग जानते हैं कि भाजपा किसान विरोधी और पूंजीपति समर्थक पार्टी है। किसानों के भले के लिए इसने कभी कुछ नहीं किया है। इसीलिए भाजपा का पंजाब से सफाया हो गया है।


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