
जालंधर ब्रीज: विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पंजाब की अर्थव्यवस्था को इतनी बुरी तरह से संभाल रहे हैं कि यह ढहने के कगार पर है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने कहा कि हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व वाले पंजाब वित्त मंत्रालय का नाम बदलकर उधार मंत्रालय किया जाना चाहिए। जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है और हरपाल सिंह चीमा को वित्त मंत्रालय मिला है, तब से राज्य पर कर्ज का बोझ नाटकीय रूप से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने से पहले वित्त वर्ष 2021-22 के अंत में पंजाब पर 2.82 लाख करोड़ रुपये का बकाया कर्ज था। बाजवा ने कहा कि बकाया कर्ज चालू वित्त वर्ष (2024-25) के अंत तक 3.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है।
बाजवा ने कहा कि चीमा के वित्त मंत्रालय के तहत पंजाब सरकार के पास पंजाब सरकार के कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भुगतान करने के लिए भी धन नहीं है। कई कर्मचारियों ने हाल ही में अपना मासिक वेतन पाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया।
मार्च में संगरूर में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई थी। आबकारी विभाग भी संभाल रहे हरपाल सिंह चीमा ने अभी तक यह नहीं बताया है कि हादसा कैसे हुआ। क्या वे असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं?
विपक्ष के नेता ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब में दिल्ली की शराब नीति को दोहराया। दिल्ली की शराब नीति पहले से ही जांच के दायरे में है। इसलिए पंजाब की शराब नीति की न्यायिक जांच कराई जाए।
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