June 17, 2025

Jalandhar Breeze

Hindi Newspaper

राष्ट्रीय पार्टी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी होने के बावजूद ‘आप’ को चंडीगढ़ में दफ्तर के लिए जगह नहीं दे रहें राज्यपाल – मलविंदर सिंह कंग

Share news

जालंधर ब्रीज: चंडीगढ प्रशासन द्वारा आम आदमी पार्टी को ऑफिस के लिए जमीन आवंटित नहीं करने को लेकर पार्टी ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। ‘आप’ पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने पंजाब के राज्यपाल(जो यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं) पर जानबूझकर आम आदमी पार्टी को जमीन अलॉट नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्यपाल मनमर्जी तरीके से काम कर रहे हैं।

शुक्रवार को चंडीगढ़ पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए मलविंदर कंग ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी होने के बावजूद राज्यपाल आम आदमी पार्टी को चंडीगढ़ में दफ्तर के लिए जगह नहीं दे रहे हैं। 

कंग ने आरोप लगाया कि दरअसल भाजपा राज्यपाल के माध्यम से चंडीगढ़ पर पंजाब का अधिकार खत्म करने की साजिश रच रही है। इसीलिए पंजाब की सत्ताधारी पार्टी को कार्यालय खोलने के लिए चंडीगढ़ में जमीन नहीं दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि आप पंजाब के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तीन बार राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को चिट्ठी लिखी। इसके अलावा पार्टी के पंजाब सचिव और महासचिव ने भी चंडीगढ़ प्रशासन व राज्यपाल को चिट्ठी लिखी, पर जानबूझकर इस मामले को टाला जा रहा है। 

कंग ने सवाल उठाया कि भाजपा और कांग्रेस के पास चंडीगढ़ में दो कार्यालय है। जबकि भाजपा के पास पंजाब में मात्र दो विधायक है।अकाली दल के पास भी अपना कार्यालय है। फिर आम आदमी पार्टी को क्यों नहीं ऑफिस के लिए जमीन दी जा रही है? 

उन्होंने कहा की आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ में ऑफिस के लिए जमीन अलॉट करवाने की सारी योग्यता रखती है। पंजाब और दिल्ली में पार्टी की सरकार है। गुजरात और गोवा में पार्टी के विधायक हैं। लोकसभा में एक और राज्यसभा में 10 सांसद है। खुद चंडीगढ़ नगर निगम में ही आम आदमी पार्टी के सबसे ज्यादा 14 पार्षद हैं। फिर चंडीगढ़ प्रशासन किस हैसियत से आम आदमी पार्टी को कार्यालय की जमीन देने से मना कर रहा है? 

कंग ने राज्यपाल को चेतावनी देते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द इस पर फैसला लें और आम आदमी पार्टी को चंडीगढ़ में कार्यालय के लिए जमीन आवंटित करें, नहीं तो आम आदमी पार्टी विरोध में राजभवन के बाहर अपना ऑफिस चलाएगी।


Share news