June 18, 2025

Jalandhar Breeze

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संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस सराय नूरमहल, जालंधर, पंजाब में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ले जाकर ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के मूल मंत्र से दुनिया को जोड़ने का संदेश दिया है: अर्जुन राम मेघवाल

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जालंधर ब्रीज: संस्कृति मंत्रालय के अधीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, चंडीगढ़ मण्डल द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ समारोह का आयोजन पंजाब के जालंधर ज़िले के नकोदर में सराय नूरमहल में किया गया। इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत आने वाले सराय नूरमहल के परिसर में योग अभ्यास का आयोजन किया गया। केंद्रीय कानून और न्याय राज्य मंत्री और संसदीय कार्य एवं संस्कृति, अर्जुन राम मेघवाल योग दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप शामिल हुए व 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “योग के माध्यम से आत्मा और परमात्मा का मिलन होता है। उन्होंने कहा कि योग का उल्लेख पवित्र ग्रंथ ‘गीता’ में भी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस भारतीय प्रथा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने को लेकर आशंकित थे क्योंकि दुनिया हमें रूढ़िवादी मानेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंचाया और दुनिया को समझाया कि यह सभी को स्वस्थ रखने का माध्यम है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र के मंच पर रखा, जिसे 170 देशों ने सहमति ही नहीं दी बल्कि अपनी ओर से भी योग पर प्रस्ताव पेश किए और 21 जून का दिनअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए तय किया गया। इस दिन पूरा विश्व योग करता है। मेघवाल ने कहा कि जब पूरी दुनिया योग करती है तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। उन्होंने कहा कि योग ने आज विश्व स्तर पर प्रसिद्धि हासिल की है और सभी आयु वर्ग के लोग इसका लाभ ले रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारे शरीर में पांच ज्ञानेंद्रियां और पांच कर्मेंद्रियां होती हैं और मानवीय शरीर की सभी इंद्रियां सकारात्मक ऊर्जा ग्रहण करती हैं और योग से इन्हें एक्टिवेट किया जा सकता है।मेघवाल ने कहा कि मानवीय मन बहुत चंचल होता है और इसे योग के माध्यम से मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मन के जीतने से ही जीत होती है और मन के हारने से हार होती है।

योग आसनों की बात करते हुए उन्होंने बताया कि जैसे कुछ आसन करने से शरीर मजबूत होता है, उसी तरह प्राणायाम से मन मजबूत होता है और बुद्धि सही सोचने लगती है, तो हम आत्मा तक पहुंच जाते हैं और इसी तरह हम श्रेष्ठ नागरिक बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि जो तन, मन, बुद्धि और आत्मा को एक करके जीता है, वही अच्छा इंसान कहलाता है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा के मिलन का नाम ही योग है। संबोधन के अंत में उन्होंने सभी को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की बधाई दी और योग को अपनाने की अपील की। अर्जुन राम मेघवाल ने नूरमहल में लोगों से बातचीत भी की। इस अवसर पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अपर महानिदेशक प्रो. आलोक त्रिपाठी, अधीक्षण पुरातत्वविद् श्रीमती के ए काबुई सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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