
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को बैसाखी के पवित्र त्योहार के अवसर पर गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में माथा टेका और राज्य की शांति, तरक्की और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने पंजाब और पंजाबियत की भावना और अनेकता में एकता का प्रतीक बैसाखी के पवित्र दिवस के अवसर पर विश्व भर के पंजाबियों को बधाई दी। उन्होंने लोगों को इस दिन की समृद्ध गौरवमयी और सांस्कृतिक विरासत संबंधी याद दिलाते हुए कहा कि इस पवित्र दिवस पर 1699 में दसवें पातशाह श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने पवित्र नगरी श्री आनन्दपुर साहिब में अलग-अलग क्षेत्रों और धर्मों से सम्बन्धित पाँच प्यारों को अमृत छकाकर ‘खालसा पंथ’ की सृजना की थी। भगवंत मान ने कहा कि दसमेश पिता ने जात-पात रहित समाज की सृजना की और मानवता के लिए प्यार एवं हमदर्दी, सर्व-साझेदारी और आपसी-भाईचारे का प्रचार किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह त्योहार फसल की कटाई की शुरुआत और रबी की फ़सलों के पकने का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह अवसर राज्य के किसानों की मेहनत का फल एकत्रित करने का समय है। भगवंत मान ने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि इस साल स्थिति अलग है क्योंकि लगातार बारिश के कारण किसानों की फ़सल का भारी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने किसानों को इस स्थिति में से निकालने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में किसानों और कृषि मज़दूरों के साथ पूरी तरह से खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस बड़े नुकसान के लिए किसानों को मुआवज़ा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भगवंत मान ने कहा कि किसानों को मुआवज़ा देने के लिए नुकसान का पता लगाने के लिए गिरदावरी के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई है।
लोगों को इस खुशी के त्योहार को पारम्परिक धूम-धाम से मनाने का न्योता देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे देश के धर्म-निरपेक्ष और सामाजिक ताने-बाने को मज़बूत करने में सहायक होगा। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार महान सिख गुरूओं की शिक्षाओं पर चलते हुए राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब आज देश के सबसे शांत राज्यों में से एक है, जिस कारण देश के बड़े उद्योगपति राज्य में निवेश करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने लोगों को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा राज्य की सख़्त मेहनत के साथ हासिल की गई शांति को भंग करने के लिए किए जा रहे गुमराह करने वाले प्रचार से सचेत रहने की अपील की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा और डॉ. बलबीर सिंह एवं अन्य उपस्थित थे।
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