
जालंधर ब्रीज: पंजाब के मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ ने सभी विभागों के प्रशासनिक सचिवों को भ्रष्टाचार के मामलों का समयबद्ध तरीके से निपटारा करने के निर्देश दिए हैं। अपने दफ़्तर में समूह विभागों और विजीलैंस विभाग के सीनियर अफसरों की मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से साफ़ और स्पष्ट हिदायतें हैं कि भ्रष्टाचार असहनीय है और किसी भी रिश्वतखोर के खि़लाफ़ बिल्कुल भी नरमी न बरती जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब वासियों को साफ़-सुथरा, पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने के लिए वचनबद्ध है और इस मकसद के लिए पर से जमीनी स्तर तक रिश्वतख़ोरी को हर हालत में बंद किया जाये। उन्होंने कहा कि जिन विभागों में विजीलैंस की तरफ से या सम्बन्धित विभाग की तरफ से भ्रष्टाचार के मामलों की जांच चल रही है उसे नियमों के मुताबिक मुकम्मल किया जाये और इसमें किसी भी प्रकार की देरी या ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
उन्होंने स्पष्ट हिदायत की कि किसी भी दोषी को बिल्कुल भी बक्शा न जाये। कानून अनुसार रिश्वतखोरों के खि़लाफ़ सख़्त एक्शन लिया जाये परन्तु किसी भी निर्दोष व्यक्ति के साथ अन्याय बिल्कुल न किया जाये। इस मौके पर उन्होंने अलग-अलग विभागों में पैंडिंग मामलों संबंधी जानकारी और प्रगति रिपोर्ट ली।
उन्होंने राज्य के सभी उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर आम लोगों को सरकारी सेवाएं लेने में कोई मुश्किल न आने दी जाये और इस के बारे सम्बन्धित विभाग अपने-अपने स्टाफ को हिदायतें जारी कर दें। उन्होंने पंजाब निवासियों को भी अपील की कि यदि कोई भी सरकारी मुलाजि़म या अफ़सर उनसे रिश्वत की माँग करता है तो इसकी तुरंत शिकायत की जाये।

More Stories
जीएसटी प्रवर्तन की मज़बूती के लिए पंजाब विशेष धोखाधड़ी खोज यूनिट स्थापित करेगा: हरपाल सिंह चीमा
अधिवक्ता लखविंदर सिंह की हत्या पर भाजपा लीगल सेल का फूटा गुस्सा, आरोपियों को जल्द सजा और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग: एन के वर्मा
अपराध रोकने संबधी पहलों को और मज़बूत करने और नागरिकों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस गंभीर